ग्वालियर : थाने में आत्मदाह का प्रयास करने वाले युवक की इलाज के दौरान मौत
ग्वालियर के हजीरा थाने में आत्मदाह की कोशिश करने वाले युवक की मौत के बाद परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप, चक्काजाम कर की न्याय की मांग।

सत्याग्रह लाइव। ग्वालियर के हजीरा थाना परिसर में आत्मदाह करने वाले युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। मकान विवाद और पुलिस की अनसुनी से आहत युवक ने यह खौफनाक कदम उठाया था।
ग्वालियर के बिरला नगर लाइन नंबर 1 निवासी एक युवक ने 24 जुलाई को हजीरा थाना परिसर में खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक पुलिस के सामने जोर-जोर से चिल्ला रहा था कि उसे न्याय नहीं मिल रहा। चंद पलों में उसने खुद को आग के हवाले कर दिया। थाना परिसर में मची अफरा-तफरी के बीच पुलिसकर्मियों ने तत्काल आग बुझाई, लेकिन तब तक युवक करीब 80 प्रतिशत जल चुका था।
मकान विवाद और घरेलू प्रताड़ना बना कारण
युवक लंबे समय से अपनी बहन और बहनोई से संपत्ति विवाद को लेकर परेशान था। युवक का आरोप था कि उसके पैतृक मकान पर दोनों ने जबरन कब्जा कर लिया है और उसे लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। पीड़ित की पत्नी के अनुसार, 23 जुलाई को बहनोई अपने एक दोस्त के साथ घर आया और उससे छेड़छाड़ की। जब युवक को यह बात पता चली तो उसने विरोध किया, जिस पर दोनों ने उसके साथ मारपीट की।
पुलिस पर अनसुनी के आरोप
इस घटना के बाद जब युवक और उसकी पत्नी शिकायत लेकर थाने पहुंचे, तो पुलिस ने न केवल उनकी बात नजरअंदाज की, बल्कि बहनोई द्वारा दर्ज कराई गई कथित झूठी शिकायत पर भी त्वरित कार्रवाई की। इससे हताश होकर युवक ने 24 जुलाई को आत्मदाह जैसा कदम उठाया।
इलाज के दौरान मौत, परिजनों ने किया चक्काजाम
पुलिस ने उसे तत्काल जयरोग्य अस्पताल में भर्ती कराया, जहां वह चार दिनों तक जीवन और मृत्यु से जूझता रहा। 29 जुलाई को उसकी मौत हो गई। इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने हाजिर चौक पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस का बयान और आगे की कार्रवाई
घटना के एक दिन बाद, यानी 25 जुलाई को पुलिस ने बहनोई और उसके दोस्त के खिलाफ छेड़छाड़ व मारपीट का मामला दर्ज किया। अब युवक की मौत के बाद एएसपी केएल चंदानी ने कहा है कि मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराएं जोड़ी जाएंगी। दोनों आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।