भोपाल: राज्यपाल पटेल ने कहा – ‘दुधारू पशु योजना’ के क्रियान्वयन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने समीक्षा बैठक में तीन वर्षों की प्रगति देखी, कहा – योजना गरीबों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने का माध्यम बने

भोपाल। सत्याग्रह लाइव। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राजभवन में आयोजित समीक्षा बैठक में ‘मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना’ के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि लाभार्थियों तक योजना का लाभ समय पर पहुंचे और उनकी समस्याओं का समाधान तत्परता से किया जाए।
राज्यपाल ने दी सख्त हिदायत – क्रियान्वयन में कोई लापरवाही न हो
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना का हर चरण गंभीरता से लागू किया जाए। यह योजना प्रदेश की अति पिछड़ी जनजातियों बैगा, भारिया और सहारिया के जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में सरकार का सराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि पात्र हितग्राहियों को समय पर योजना का लाभ मिले और विभागीय अधिकारी नियमित रूप से हितग्राहियों से संवाद करें।
हितग्राहियों से घर-घर जाकर लें फीडबैक
राज्यपाल ने निर्देश दिए कि अधिकारी हितग्राहियों के घर जाकर योजना से मिलने वाले लाभों की जानकारी लें। साथ ही उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुनें और त्वरित समाधान सुनिश्चित करें। इस दिशा में विभागीय जवाबदेही तय होनी चाहिए।
तीन वर्षों की समीक्षा, आंकड़ों की गहराई से जांच
राज्यपाल पटेल ने बैठक में योजना के पिछले तीन वर्षों के क्रियान्वयन की समीक्षा की। उन्होंने हितग्राही चयन, पशु प्रदाय, प्राप्त आय, लक्ष्य पूर्ति और प्रशिक्षण व्यवस्था से जुड़े सभी पहलुओं की गहराई से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि योजना का वास्तविक लाभ तब ही दिखेगा जब इसका प्रभाव हितग्राहियों के जीवन में स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो।
मंत्री, सचिव और अधिकारियों ने रखे सुझाव
पशुपालन एवं डेयरी विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लखन पटेल ने कहा कि योजना की सफलता के लिए सतत मॉनिटरिंग जरूरी है। विभाग को इस हेतु ठोस व्यवस्था बनानी चाहिए। जनजातीय प्रकोष्ठ अध्यक्ष दीपक खांडेकर ने प्रशिक्षण और पशुओं की देखभाल पर चर्चा की।
पशुपालन एवं डेयरी विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने योजना की पात्रता, मूल्यांकन, आगामी लक्ष्यों और प्रबंधन पर विस्तृत जानकारी दी।
वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति
इस समीक्षा बैठक में राज्यपाल के प्रमुख सचिव नवनीत मोहन कोठारी, पशुपालन सचिव सत्येन्द्र सिंह, संचालक पी.एस. पटेल, प्रबंध संचालक सत्यनिधि शुक्ला, डॉ. संजय गोवानी, महाप्रबंधक असीम निगम समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।