
कपिल वर्मा बड़वाह। निर्मल विद्यापीठ, अपने आदर्श वाक्य “आध्यात्मिक शिक्षा को बढ़ावा देना” के अनुरूप, निरंतर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु प्रयासरत रहता है। इसी श्रृंखला में शनिवार को निर्मल विद्यापीठ द्वारा प्ले ग्रुप से यूकेजी तक के नन्हें विद्यार्थियों को नजदीकी शिव मंदिर ले जाकर पूजा-अर्चना कराई गई।
यह आयोजन विद्यालय के उद्देश्य “आध्यात्मिक शिक्षा को बढ़ावा देना” के अनुरूप किया गया।बच्चों ने मंदिर में भोलेनाथ का पूजन किया और मंत्रोच्चार के माध्यम से आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव किया।
पूजा के पश्चात सभी बच्चों के लिए साझा टिफिन पार्टी का आयोजन भी हुआ जिसमें बच्चों ने मिलकर भोजन ग्रहण किया।
इस संपूर्ण आयोजन का संचालन एवं मार्गदर्शन विद्यालय की प्रधानाध्यापिका वैशाली माले के नेतृत्व में किया गया। माले ने बताया विद्यालय का उद्देश्य प्रारंभिक शिक्षा में ही बच्चों को भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिक मूल्यों से जोड़ना है।
विद्यालय परिवार इस पहल के माध्यम से बच्चों में संस्कार, सहयोग, और आध्यात्मिक चेतना का संचार करने हेतु निरंतर प्रयासरत है। विद्यालय प्रबंधन का मानना है कि शिक्षा केवल बौद्धिक विकास तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि उसमें आध्यात्मिक और नैतिक संस्कारों का समावेश भी आवश्यक हैं। यह पहल विद्यालय के उसी समर्पण का प्रतीक हैं।