प्रदेश स्तर बड़े जिले में धार आगे 17 लाख से अधिक मतदाता 15 लाख 12 हजार से फार्म ऑनलाइन मालवा- निमाड़ में 6 नंबर पर तो प्रदेश में 33 नबर पर धार।
झाबुआ अलिराजपुर जिले प्रदेश में पिछड़े इंदौर और उज्जैन से आगे धार। धार विधानसभा में गति धीमी, मनावर विस में सबसे आगे चल रहे

आशीष यादव धार
जिले में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) का कार्य चल रहा है। इसके लिए शहर सहित जिले में 3 हजार से ज्यादा कर्मचारी व अधिकारी मैदान में लगे हुए हे। वहीं जिले में एक क्लास अधिकारियों को मैदान संभाले हुए हे वहीं जिले में अलग अलग टीम बनाई जिसने चार अधिकारी व कर्मचारी का दल निरीक्षण कर स्थिति देखेगा। लेकिन कर्मचारियों को फॉर्म वितरण करने केसाथ ऑनलाइन करने में लगे हुए हे। कई इलाकों में मजदूरी करने वाले लोग सुबह चले जाते हैं इसलिए वह घर पर नहीं मिल रहे हैं, ऐसे में बीएलओ अपनी टीम के साथ शाम और रात तक गांवों में घूम कर गणना पत्रक भरवाने और कलेक्ट करवाने में जुटे हैं। इसके अलावा एक बड़ी समस्या यह भी आ रही की कई लोगों ने अपने मकान का एड्रेस चेंज कर दिया है, उनके नंबर भी नहीं है। ऐसे में उनसे संपर्क भी नहीं हो पा रहा। एसआइआर सर्वे को लेकर फेसबुक इंस्टा पर जोक के रूप में मैसेज चल रहे हे जिसमें स्कूल में बच्चे शिक्षक को ढूंढ रहे हैं, शिक्षक मतदाता को ढूंढ रहे हैं, मतदाता 2003 की लिस्ट में पिताजी को ढूंढ रहे हैं। इस तरह की बाते लिख रहे। वहीं कर्मचारी दिन रात कर कार्य में जुटा हुआ हे।

जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण:
जिले में एसआइआर का कार्य चल रहा है। एसआइआर के तहत बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं को गणना पत्रक का वितरण व फॉर्म का डिजिटलाइजेशन सहित अन्य कार्य कर रहे हैं। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम में धार जिला प्रदेश में अच्छी स्थिति में है। लेकिन अब अन्य जिलों की सूची में 33 वें नंबर में आ गया है। खास बात यह कि धार जिला इंदौर, उज्जैन और देवास भोपाल जैसे बड़े जिलों से बेहतर स्थिति में है, के क्योंकि उन जिले में 70 से 75 प्रतिशत ही कार्य हुआ है। वहीं पहले नंबर सीहोर जिला है। धार जिले की में बात करें तो 28 नवंबर शाम 5 बजे तक जिले में 88 प्रतिशत डिजिटलाइजेशन का कार्य हो गया में था। जिले में कुल 17 लाख मतदाता है जिसमें से 15 लाख से अधिक का डिजिटलाइजेशन कार्य हो चुका है। वहीं जिले की सात विधानसभाओं की बात करें तो इसमें धार विधानसभा क्षेत्र पिछड़ा हुआ है और में सातवें नंबर पर है। यहां कार्य धीमी की गति से हो रहा है। अभी तक धार विधानसभा में 82.74 प्रतिशत कार्य ही हुआ है, जबकि सबसे बेहतर कार्य मनावर विधानसभा क्षेत्र में हुआ है। वहां अब तक 93.26 प्रतिशत तक डिजिटलाइजेशन का कार्य हो चुका है। वहीं जिले में दूसरे नंबर पर कुक्षी विधानसभा है जहां 92.66 प्रतिशत कार्य हुआ है। तीसरे नंबर गंधवानी है जहां 90.58 प्रतिशत कार्य किया गया है। चौथे नंबर पर बदनावर विधानसभा है जहां 86.26 प्रतिशत कार्य हुआ है।

ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिशत अच्छा, लेकिन नेटवर्क और सर्वर की दिक्कतः
एसआइआर के तहत बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं को गणना पत्रक का वितरण के साथ ही फॉर्म का डिजिटलाइजेशन सहित अन्य कार्य कर रहे है, लेकिन जिले में बीएलओ सर्वर से साथ ही नेटवर्क की समस्या से जुझ रहे हैं। हालांकि वे रात तक कार्य करने में जुटे हैं। व बचा हुआ कार्य फार्म भरने के साथ देर रात तक घर में बैठकर कार्य को कर रहे हे। ऐसे में ग्रामीण इलाकों की प्रगति अच्छी है। आनरद के बीएलओ राहुल ने बताया मतदाता घर नहीं मिल रहे ओर बहूओ की जानकारी नहीं मिल पा रही हे। साथ ही नेटवर्क की समस्या आ रही है क्योंकि क्षेत्र ही ऐसा है। फिर भी हम दिनभर फॉर्म भरने के बाद रात में उन्हें अपलोड करने का कार्य करते हैं। इससे क्षेत्र की प्रगति अच्छी है।
यह समस्या भी ज्यादा आ रही है:
एसआइआर के दौरान यह सामने आ रहा है कि 2003 की सूची में कई लोगों के नाम नहीं मिल रहे हैं। वहीं कई मतदाताओं का पता बदल गया है जबकि कई बहुओं को अपने मायके से डाटा प्राप्त करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि प्रशासन स्तर पर कर्मचारियों के संख्या बढ़ाने के साथ ही तेजी के प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें तहसीलदार से लेकर एसडीएम जुटे हैं। साथ अन्य विभागों को मैदान में उतार दिया हे। जो बीएलओ के कार्यों का निरीक्षण कर कार्य को गति देने में जुटे हैं।
कई का पता बदला, कई की मौत हुई:
एसआइआर कार्य के दौरान दूसरी जगह शिफ्ट हो चुके और दिवंगत मतदाताओं का आंकड़ा भी सामने आ रहा है। अभी तक कार्य में सामने आया है कि जिले के 70 हजार मतदाता पलायन साथ मृत पाए और कुछ अन्य जगह नाम जुड़वा लिए है। वहीं कर्मचारी मतदाताओं फार्म भरने के साथ उनकी पूरी जानकारी फॉर्म में भरनी पढ़ी थी। वहीं बीएलओ व आगवाड़ी कार्यकताओं को तीन बार मतदाताओं के घर जाना पड़ा अब बस फार्म ऑनलाइन का कार्य चल रहा हे।
इसलिए धार विधानसभा सबसे पीछे,:
सात विधानसभा में धार विधानसभा में 82 प्रतिशत कार्य पूर्ण हुआ है। इसमें पीथमपुर इलाका भी आता हे जो उद्योग नगरी कहलाती है। इससे पीछे कारण यह है कि वर्ष 2003 के बाद धार का ज्यादा विस्तार हुआ है। जिसने पीथमपुर में कई नए उद्योग स्थापित हुए हैं, जिसमें काम करने वाले मजदूर और कर्मचारी बाहर से आए हैं। कई नई कॉलोनियां भी बसी हैं। ऐसे में धार क्षेत्र में मतदाताओं का डाटा मिलना मुश्किल हो रहा है। वहीं कई मतदाता या तो बाहर चले गए हैं या उनके पते बदल गए हैं। वहीं अब पीथमपुर में काम करने वाले मजदूर बिहार ओर उत्तरप्रदेश के थे जो चले गए वहीं कही लोग इंदौर ओर राऊ रहने चले गए जिसे परेशानी बनी हुई हे। जिसके कारण कर्मचारियों को मशक्कत करना पड़ रही है। धार विधानसभा के 2 लाख 62 हजार से अधिक मतदाताओं में से अब तक 2 लाख 17 हजार का डिजिटलाइजेशन कार्य हो सका है। शहर में कार्य को गति देने के लिए बीएलओ के साथ नगर पालिका व जिला मुख्यालय के अधिकारी की टीम के साथ कलेक्टर कार्यालय तक का अमला लगाया गया है।
4 दिसंबर तक चलेगा कार्य:
जिले में कार्य 4 दिसंबर तक चलेगा। जिला स्तर पर बीएलओ कार्य की मॉनिटरिंग के लिए बीएलओ सुपरवाइजर, जोनल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। साथ ही बीएलओ के सहयोग के लिए अतिरिक्त कर्मचारी लगाए गए है। ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सहायक, शिक्षक, पंचायत सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा शहरी क्षेत्रों में नगरीय निकायों के वार्ड कर्मचारियों, दरोगा, राजस्व निरीक्षक को भी नियुक्त किया गया है। जो दिन रात कार्य कर रहे हे।
विधानसभा वार यह है स्थिति:
वि.स मतदाता। डिजिटाइजेशन (यूइएफ
धार 262894 217523
बदनावर 224283 198676
मनावर 246044 229454
धरमपुरी 225354 194674
कुक्षी 252673 234127
सरदारपुर 232870 205148
गंधवानी 256845 232651



