विकास की नई इबारत बनकर उबरा बदनावर पीएम मित्रा पार्क का पीएम मोदी के हाथों से शुभारंभ बदनावर में उद्योगों को नई दिशा।
बदनावर में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी का पहला गैर राजनीतिक दौरा विकास पर रहेगा फोकस अधिकारी लगे तैयारी में।

आशीष यादव धार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 25 अगस्त को भैंसोला क्षेत्र में बन रहे पीएम मित्रा पार्क का शुभारंभ करेंगे। 1100 करोड़ की परियोजना की शुरुआत करने की खबर आते ही काटन कारोबारियों और किसानों में उत्साह है। प्रधानमंत्री की योजना होने से इसमें अब तक 15 से अधिक प्रस्ताव निवेश के आ चुके हैं। इसमें बड़े-बड़े समूह हैं। पार्क कपास उत्पादक किसानों के लिए वरदान साबित होगा। यह परियोजना जिले के औद्योगिक विकास के साथ-साथ कपास के उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन को नई दिशा देगी। धार केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का यह तीसरा कार्यकाल चल रहा है। सरकार का पूरा फोकस औद्योगिक विकास को बढ़ावा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने और रोजगार के नए अवसर पैदा करने पर लगा हुआ है। इसी के चलते आगामी 25 अगस्त को पीएम मोदी का धार दौरा प्रस्तावित हुआ है, जिसकी तैयारियां भी आरंभ हो चुकी है। पीएम बनने के बाद पीएम मोदी का धार जिले में यह पहला गैर राजनीतिक दौरा होगा। जिसमें वह हेल्पमेंट के साथ ही उद्योग जगत के बड़ी कंपनियों व निवेशकों के लिए घोषणाएं कर सकते हैं। वैसे धार में पीएम मोदी पूर्व में तीन बार (2014, 2019 और 2023) आ चुके हैं। वहीं चौथी बार वह सरकारी कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इसलिए उनका यह कार्यक्रम बेहद खास होगा।
धार के साथ ही रतलाम, झाबुआ और आलीराजपुर को साधने की तैयारी:
पीएम का यह दौरा राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जिसमें वह धार के साथ ही रतलाम, झाबुआ, आलीराजपुर और उज्जैन को एक साथ साधने वाले हैं। यह क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य माना जाता है और विकास के मामले में देश के अन्य राज्यों की तुलना में पिछड़ा हुआ है। पीएम मित्रा पार्क तैयार होने से औद्योगिक विस्तार होगा और उसका लाभ स्थानीय किसानों और व्यापारियों को मिलेगा। बता दें कि लोकसभा और विधानसभा में आदिवासी, किसानों के मुद्दों को लेकर कांग्रेस लगातार केंद्र और मप्र में सरकार को घेरने का काम कर रही है। कांग्रेस को जवाब देने के लिए ही भाजपा संगठन और सरकार द्वारा यह तय किय गया है। भैसोला में पीएम मित्रा पार्क से आदिवासी, युवा और गरीब श्रमिकों को रोजगार देने का दावा किया जा रहा है, जिससे सालों से पलायन जैसी समस्या का दंश झेलने वालेजनजाति वर्ग लोगों को क्षेत्र में स्थाई रूप से रोजगार मिल सके।
25 सौ से अधिक बल रहेगा सुरक्षा में:
भौसाला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित आगमन को लेकर तैयारी तेज हो गई है। इसमें क्राउड मैनेजमेंट से लेकर पार्किंग स्थल सहित डोम व अन्य व्यस्थाओं की तैयारी की जा रही है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी कड़े इंतजाम किए जा रहे है। कार्यक्रम में इस बार 2500 का बल लगाया जाएगा। वहीं 100 अधिकारी कमान संभालेंगे। इसी के साथ प्रधानमंत्री के लिए तीन हेलीपेड बनाए जाएंगे। ट्रैफिक सहित अन्य व्यवस्था के लिए अधिकारी तैनात रहेंगे। उन्होंने कहा कि आपसी समन्वय बेहद जरूरी है, कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लोगों के आगमन के रूट और वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था निश्चित स्थान पर की जाएगी। लाइट, पीए सिस्टम और संकेतक लगाए जाएं। धार का पीएम मित्रा पार्क देश का पहला पार्क है जिसमें प्रधानमंत्री स्वयं पधार रहे हैं। यह राज्यस्तरीय नहीं बल्कि राष्ट्र स्तरीय कार्यक्रम है।
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जिले में कपास का रकबा बढ़ा:
धार और आसपास के क्षेत्रों में कपास की खेती बड़े पैमाने पर होती है, लेकिन अब तक किसानों को उपज बेचने के लिए दूरदराज के बाजारों पर निर्भर रहना पड़ता था। पार्क के शुरू होने से किसानों को अपने ही जिले में कपास की प्रोसेसिंग और तैयार उत्पाद बनाने वाली इकाइयों तक सीधी पहुंच मिलेगी। इससे न केवल परिवहन लागत घटेगी, बल्कि उपज का बेहतर मूल्य भी मिलेगा। वहीं कृषि विभाग के सहायक संचालक संगीता तोमर ने बताया कि पिछले एक दो सालों से जिले में कपास का रकबा बड़ा हे अगर उद्योग स्थापित होगे ओर बढ़ेगा दूसरी ओर किसान कहते हैं कि हमारी उपज का अब सही दाम मिलेगा। आने वाले समय में कपास की आवश्यकता अधिक होगी, इसलिए कपास उत्पादन पर जोर दिया जाएगा।
रोजगार के अवसर बढ़ेंगे:
मेगा पार्क में स्थापित होने वाले कपड़ा और वस्त्र उद्योगों से स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। साथ ही बुनाई, रंगाई, पैकिंग, परिवहन और अन्य. सहायक उद्योग भी तेजी से विकसित होंगे, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी कपास खेती होगी लाभान्वित परियोजना से आधुनिक तकनीक और बेहतर किस्म के बीजों की मांग बढ़ेगी, जिससे किसान अधिक उत्पादन और बेहतर गुणवत्ता वाली कपास उगा सकेंगे। पार्क में जुड़ी प्रोसेसिंग इकाइयों से किसानों को कपास की ग्रेडिंग, स्टोरेज और पैकेजिंग की उन्नत सुविधाएं मिलेंगी। ग्रामीण अंचल में खुशहाली की उम्मीद पीएम मेगा मित्रा पार्क न केवल कपास उत्पादक किसानों की आय बढ़ाएगा, बल्कि ग्रामीण अंचल में आर्थिक गतिविधियों को तेज कर समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा। कृषि से जुड़ी यह औद्योगिक पहल लंबे समय तक किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी। वहीं यहां अन्य उद्योग लगेगे तो किसानों की आय दुगनी होगी
मालवा निमाड़ के किसानों की चांदी।
पीएम मित्रा पार्क बनने के बाद किसानों को फायदा होगा वहीं मालवा-निमाड़ क्षेत्रों विशेषकर खरगोन, बड़वानी, धार, खंडवा, बुरहानपुर में कपास का उत्पादन प्रदेश में सबसे अधिक है। प्रदेश में करीब 5.88 लाख हेक्टेयर में बुआई से लगभग 8.77 लाख टन कपास होता है, जिसमें पूर्वी निमाड़ का योगदान करीब दो लाख टन है। कपास का विपणन मुख्यत खंडवा व खरगोन मंडियों से होता है, प्रसंस्करण स्थानीय सूत मिलों में और निर्यात चीन, बांग्लादेश जैसे देशों को किया जाता है। ओसवाल और मोंटे कार्लो जैसे ब्रांड से जुड़े हुए समूह भी निवेश करने के लिए प्रस्ताव रख चुके हैं। इसके अलावा सूरत की बड़ी कंपनी भी साड़ी निर्माण की इकाई लगाने के लिए प्रस्ताव दे चुकी हैं। निवेशकों को 25 अगस्त को प्रजेंटेशन व प्रमाण पत्र दिए जायेगे।
हेलीपैड और सभा स्थल का निरीक्षण किया:
कार्यक्रम स्थल के लिए अधिकारियों ने प्रस्तावित
भैंसोला में पीएम मित्रा पार्क पर डेवल्पमेंट के संबंध में ड्राइंग को देखते कलेक्टर व अन्य अधिकारी।
हेलीपैड स्थल, जनसभा स्थल, पार्किंग व्यवस्था और पहुंच मार्गों का गहन निरीक्षण किया। रविवार को आरटीओ ह्रदयेश यादव, एसडीएम दीपक चौहान, एमपीआरडीसी से अमित भूरिया, यातायात प्रभारी प्रेमसिंह ठाकुर सुबेदार रोहित निकम्म, चौके हिना जोशी, अन्य अधिकारी ने जायजा लिया। इस दौरान विशेष रूप से सुरक्षा मानकों, ट्रैफिक व्यवस्था तथा जनसुविधाओं पर जोर दिया गया। कलेक्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री के संभावित दौरे के दौरान किसी को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। पार्किंग और सभा स्थल तक आमजन की सुगम पहुंच होना चाहिए। प्रधानमंत्री का यह दौरा धार जिले के लिए विशेष महत्व का हैं। विशेषकर पीएम मित्रा पार्क जैसे मेगा प्रोजेक्ट के संदर्भ में जो जिले के औद्योगिक विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
एक ही स्थान पर होगा सारा काम…
2177 एकड़ एरिया म में औद्योगिक क्षेत्र विकसित हो रहा है, जिसमें देश की कई बड़ी कंपनियों द्वारा उद्योग लगाने के साथ ही निवेश की इच्छा जताई है। इसी के चलते यहां इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो रहा है। पार्क फार्म टू फाइबर टू फैक्ट्री टू फैशन टू फॉरेन विजन के अनुरूप कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देगा। दो लाख लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। इस पार्क को पीपीपी मॉडल पर विकसित किया जा रहा है। यहां कताई, बुनाई, प्रसंस्करण, रंगाई और छपाई से लेकर परिधान निर्माण तक एक एकीकृत कपड़ा मूल्य श्रृंखला स्थापित की जाएगी। देश-दुनिया की कई कंपनियों ने रुचि दिखाई है। 100 से 300 एकड़ जमीन लेने वाली कंपनियां भी शामिल हैं। परियोजना में अब तक 6 हजार करोड़ का निवेश आ चुका है। कार्यक्रम में पीएम निवेशकों को मौके पर ही जमीन आवंटित के लेटर भी देंगे। गत दिनों एमपीआईडीसी ने डेक्लपमेंट के लिए टेंडर जारी किए थे। 750 करोड़ की लागत से सुविधाएं जुटाई जा रही हैं। योजना में 1500 करोड़ से अधिक लागत आएगी।
पहले चरण में 750 करोड़ रुपए हो रहे खर्च:
पहले चरण में आंतरिक काम के लिए 750 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं। पार्क तैयार होने से पहले ही देश-दुनिया की कंपनियों ने प्लॉट बुक करा लिए हैं। पार्क में 626.45 हेक्टेयर में कुल 320 प्लॉट निकाले हैं। इनमें 512.36 हेक्टेयर में 111 बड़े औद्योगिक प्लॉट होंगे। ये 100 से 300 एकड़ तक के हैं। 14.63 हेक्टेयर में माइक्रो, लघु व मध्यम उद्योगों के लिए 104 प्लॉट हैं। लॉजिस्टिक के लिए 30.70 हेक्टेयर में 11 प्लॉट होंगे। प्लग एंड प्ले यूनिट के लिए 27.38 हेक्टेयर में 81 यूनिट के लिए स्पेस, 7.77 हेक्टेयर में 6 कमर्शियल प्लॉट, 33.59 हेक्टेयर में 7 रेसीडेंशियल प्लॉट हैं।
भैंसोला में पीएम मित्रा पार्क फैक्ट फाइल:
10,000 करोड़ का निवेश आ चुका
2176 एकड़ जमीन पर होगा तैयार
1500 करोड़ रुपए से अधिक खर्च होंगे योजना में
750 करोड़ रुपए सुविधाएं जुटाई जाएंगी प्रथम चरण मे
06 हजार करोड़ की निवेश की संभावना
02 लाख लोगों के रोजगार का दावा
उन्नति के द्वार खुलेंगे।
पीएम मेगा पार्क से बदनावर के लिए विकास व उन्नति के द्वार खुलेंगे। हमारा सौभाग्य है कि बदनावर का नाम कपड़ा इंडस्ट्रीज के कारण पूरे विश्व पटल पर नजर आएगा। जिसे स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगे किसानों को फायदा होगा।
राजवर्धनसिंह दत्तीगांव पूर्व उद्योग व निवेश मंत्री म.प्र