सार्वजनिक जीवन प्रायवेट और प्रायवेट जीवन सार्वजनिक हो गया है- वागधीशजी बाबाश्री
24 जुलाई तक बहेगी प्रवचनों की अमृत वर्षा, पुरूषोत्तम मास में होंगे कई धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम
इंदौर से विनोद गोयल की रिपोर्ट:-
इंदौर । हमारे तीर्थ सनातन संस्कृति के आधार स्तम्भ है। तीर्थ हमें संसार के बंधनों व झंझटों से मुक्ति का तथा आध्यात्मिक जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त करते हैं। तीर्थ मनोरंजन के साधन नहीं बल्कि मुक्ति के साधन हैं। तीर्थं में हमें सत्संग खोजने का प्रयास करना चाहिए। तीर्थ हमें ज्ञान व भक्ति के दर्शन कराते हैं। लेकिन आजकल तीर्थों में जाने पर भगवान के दर्शन तो कम सेल्फी लेने में अधिक ध्यान रहता है। आज सार्वजनिक जीवन प्रायवेट हो गया हैं और प्रायवेट जीवन सार्वजनिक हो गया है। वस्तुरों की मर्यादा का भी उल्लंघन किया जाता है।
ये विचार श्री पुरुषोत्तम मास महामहोत्सव के अंतर्गत मल्हारगंज गोरधन नाथ मंदिर हवेली प्रांगण में श्री वागधीशजी बाबाश्री ने ब्रज मंडल गुणगान में तीर्थों की महिमा बताते हुए धर्मप्रेमी जनता के सम्मुख व्यक्त किए। उन्होंने ब्रज मंडल का गुणगान करते बताया कि ब्रज कि महिमा अलौकिक हैं। ब्रज जहाँ गायों का विचरण होता है। जहाँ की रज भी जीवन उद्धधारक होती है। आपने तीर्थों की महिमा, तीर्थों में जाने का महत्व तथा नियमों के पालन के बारे में बताते कहा की यह विडंबना ही है की आजकल तीर्थों की गरिमा आधुनिकता के कारण घूमिल हो रही है। भगवान दर्शन के बजाय सेल्फी संस्कृति ने स्थान पर लिया है। कहना ना होगा की आज जो धर्म हो रहा है वह दिखावे के लिए ज्यादा हो रहा है। तीर्थ क्षेत्रों की मर्यादा के विपरीत खान पान, रहन सहन के साथ वस्तुरों की मर्यादा का भी ख्याल नहीं किया जा रहा है। तीर्थ क्षेत्र के प्रति श्रद्धा होना चाहिए। जिसके मन में तीर्थ के प्रति श्रद्धा होती है उसे उसका फल अवश्य मिलता है। आपने ब्रज मंडल की मानसी यात्रा करवाते हुए श्रद्धालुओं को ब्रज मंडल तीर्थ की महिमा का वर्णन किया।
आयोजन समिति के जानकीलाल नीमा, मनोहर महाजन, मनोज नागर, सुरेश ठाकुर ने बताया कि पुरुषोत्तम मास के महामहोत्सव के प्रथम चरण में 18 से 24 जुलाई तक प्रतिदिन दोपहर 3.30 बजे से शाम 7.30 बजे तक गोस्वामी श्री वागधीश जी बाबाश्री द्वारा ब्रज मंडल गुणगान होगा। द्वितीय चरण में 28 जुलाई से 3 अगस्त तक दोपहर 3.30 से, शाम 7.30 बजे तक गोस्वामी श्री दिव्येश कुमार जी महाराज श्री नंदकुमाराष्टकम महोत्सव तथा तृतीय चरण में 6 से 12 तक दोपहर 3.30 से शाम 7.30 बजे तक श्रीमद भागवत कथा महोत्सव में गोस्वामी श्री ब्रजोत्सव जी बाबाश्री कथा का वाचन करेंगे। आयोजन समिति के जानकीलाल नीमा ने बताया कि श्री वि_लेशराय जी (काकाजी ) के आशीष व गोस्वामी श्री रुक्मणि बहू जी कि प्रेरणा से श्री पुरुषोत्तम मास महामहोत्सव के दौरान 18 जुलाई से 16 अगस्त तक प्रतिदिन मंदिर प्रांगण में वैष्णवों द्वारा प्रात: 6 से 8.30 बजे तक श्रीमद भागवत का मूल पाठ किया जाएगा। इसके अतिरिक्त प्रतिदिन रास गरबा, पुष्टि तम्बोला, पुष्टि प्रश्नोत्तरी, संध्या आरती के साथ ही प्रभु सुखार्थ मनोरथ, बड़ा मनोरथ, कुनवारा आदि भी आयोजित किए जाएंगे