दिल्ली: लालकिले से पीएम मोदी ने किया ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ का ऐलान, 2035 तक सुरक्षा कवच होगा और मजबूत
स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2035 तक राष्ट्र के सभी अहम स्थलों के लिए तकनीकी सुरक्षा कवच, मिशन सुदर्शन चक्र, जीएसटी सुधार और खेल व भाषा विकास पर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।

दिल्ली में 79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ की घोषणा की। 2035 तक सामरिक और नागरिक क्षेत्रों में तकनीकी सुरक्षा कवच बनाने का लक्ष्य, जीएसटी सुधार और सामाजिक-आर्थिक योजनाओं पर भी किया बड़ा ऐलान।
लालकिले से 12वीं बार ध्वजारोहण
दिल्ली में 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 12वीं बार लालकिले पर तिरंगा फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया। भाषण में उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर, आत्मनिर्भर भारत, जीएसटी में बदलाव, सेना के शौर्य और सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की।
मिशन सुदर्शन चक्र – 2035 तक राष्ट्रीय सुरक्षा कवच
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि आने वाले 10 वर्षों में यानी 2035 तक देश के सभी सामरिक और नागरिक क्षेत्रों — अस्पताल, रेलवे, आस्था केंद्र सहित — को नवीन तकनीकी प्लेटफॉर्म से सुरक्षा कवच प्रदान किया जाएगा। यह कवच लगातार विस्तृत होगा, ताकि नागरिक किसी भी प्रकार के खतरे से सुरक्षित महसूस करें और तकनीकी रूप से सक्षम रहें। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र का उदाहरण देते हुए बताया कि यह नया ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ दुश्मन के हमले को निष्क्रिय करने के साथ तेज पलटवार भी करेगा। इसकी रिसर्च और मैन्युफैक्चरिंग पूरी तरह देश में होगी, और यह टारगेट आधारित ‘प्लस वन’ नीति पर आगे बढ़ेगा।
डेमोग्राफी मिशन और घुसपैठ पर सख्ती
मोदी ने चेतावनी दी कि देश की डेमोग्राफी बदलने की साजिश रची जा रही है। सीमावर्ती क्षेत्रों में घुसपैठिए युवाओं की रोजगार संभावनाओं, महिलाओं की सुरक्षा और आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं, जो राष्ट्र की सुरक्षा और सामाजिक सौहार्द के लिए खतरा है। इसके खिलाफ हाई पावर्ड डेमोग्राफी मिशन शुरू किया जाएगा।
संघ के 100 वर्ष और सांस्कृतिक विविधता
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्षों की सेवा यात्रा को सराहा और इसे दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ बताया। उन्होंने भाषाई विविधता को भारत की ताकत बताते हुए मराठी, असमिया, बांग्ला, पाली और प्राकृत को क्लासिकल लैंग्वेज का दर्जा देने और ज्ञान भारतम योजना के तहत पांडुलिपियों को संरक्षित करने की जानकारी दी।
स्वास्थ्य, खेल और सामाजिक उत्थान पर जोर
मोदी ने बढ़ते मोटापे को गंभीर समस्या बताते हुए हर परिवार से तेल की खपत 10% घटाने का आग्रह किया। खेलों के लिए नेशनल स्पोर्ट्स पॉलिसी – खेलो भारत नीति लागू करने और स्कूल से कॉलेज तक खेल के लिए ईकोसिस्टम विकसित करने की घोषणा की। साथ ही, महात्मा ज्योतिबा फुले की 200वीं जयंती समारोह और पिछड़े वर्गों को प्राथमिकता देने की योजना पर भी जोर दिया।
गरीबी हटाने में बदलाव
प्रधानमंत्री ने बताया कि डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर से 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं, जिससे एक नया मिडिल क्लास तैयार हुआ है। दिव्यांग, विधवा माताओं और कमजोर वर्गों तक योजनाएं सीधे पहुंचाकर लोगों के जीवन में विश्वास पैदा किया गया है।