सांसद शंकर लालवानी ने फार्मा एमएसएमई प्रतिनिधिमंडल हैदराबाद रवाना
मध्यप्रदेश लघु उद्योग निगम

सांसद शंकर लालवानी ने फार्मा एमएसएमई प्रतिनिधिमंडल हैदराबाद रवाना
इंदौर, । विश्व बैंक समर्थित भारत सरकार की RAMP (रेज़िंग एंड एक्सलेरेटिंग एमएसएमई परफॉरमेंस) योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश लघु उद्योग निगम (MPLUN) एवं सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग, मध्यप्रदेश शासन द्वारा फार्मास्यूटिकल सेक्टर के एमएसएमई उद्यमों के प्रतिनिधियों के लिए एक एक्सपोज़र विज़िट का आयोजन हैदराबाद फार्मा एसईजेड क्लस्टर में किया गया है।
सांसद शंकर लालवानी ने इंदौर एयरपोर्ट पर फार्मा एमएसएमई प्रतिनिधिमंडल हैदराबाद के लिए रवाना हुआ।
कार्यक्रम का उद्देश्य- एक्सपोज़र विज़िट का उद्देश्य राज्य के फार्मा उद्योग से जुड़े सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को उन्नत उत्पादन तकनीकों, अनुसंधान एवं विकास (R&D) प्रक्रियाओं, गुणवत्ता नियंत्रण मानकों तथा वैश्विक औद्योगिक प्रथाओं से परिचित कराना है, जिससे वे अपनी प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता को सशक्त कर सकें और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी उपस्थिति को सुदृढ़ बना सकें।
प्रतिभागियों की संरचना- प्रतिनिधिमंडल में कुल 18 प्रतिभागी शामिल हैं, जिनमें 9 इंदौर, 2 पीथमपुर 2, मलानपुर , भोपाल, 1 भिंड एवं 1 देवास से यह प्रतिनिधि मंडल रवाना हुआ।
सभी प्रतिभागी मध्यप्रदेश के फार्मा सेक्टर में सक्रिय एमएसएमई उद्योग संचालक हैं, जो औषधियों, औषधीय उपकरणों, पैकेजिंग सामग्री और सहायक रासायनिक उत्पादों के निर्माण में संलग्न हैं।
औद्योगिक भ्रमण एवं अनुभव-प्रतिनिधियों को इस एक्सपोज़र विज़िट के दौरान ऑरोबिंदो फार्मा लिमिटेड एवं हेटेरो लैब्स लिमिटेड जैसी अग्रणी फार्मा कंपनियों का भ्रमण करने का अवसर मिलेगा।
भ्रमण के दौरान निम्नलिखित पहलुओं का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त होगा — उच्च गुणवत्ता मानकों पर आधारित उत्पादन प्रक्रियाएँ, अंतरराष्ट्रीय स्तर की GMP (गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिसेस) अनुपालन प्रणाली, अनुसंधान एवं विकास (R&D) संरचना और नवाचार पद्धतियाँ पैकेजिंग, लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन की श्रेष्ठ प्रक्रियाएँ एवं पर्यावरण अनुकूल और स्वचालित विनिर्माण तकनीकें।
एक्सपोज़र विज़िट से मध्यप्रदेश के फार्मा एमएसएमई उद्यमों को तकनीकी सशक्तिकरण, कौशल वृद्धि, गुणवत्ता सुधार, और अग्रणी औद्योगिक इकाइयों के साथ सहयोग एवं साझेदारी के नए अवसर प्राप्त होंगे।
प्रतिनिधिमंडल को रवाना करने से पूर्व सांसद शंकर लालवानी ने इंदौर एयरपोर्ट पर सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और उन्हें इस एक्सपोज़र विज़िट के लिए शुभकामनाएँ दीं।
लालवानी ने कहा — “मध्यप्रदेश के फार्मा उद्योग में अपार संभावनाएँ हैं। ऐसे एक्सपोज़र विज़िट न केवल स्थानीय उद्यमों को नई दिशा देते हैं, बल्कि राज्य को एक मजबूत फार्मा मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करने में सहायक सिद्ध होंगे।”
समन्वयन एवं सहयोग – एक्सपोज़र विज़िट का समन्वयन मध्यप्रदेश लघु उद्योग निगम (MPLUN) द्वारा किया जा रहा है।
इसमें पी. एच. डी. चेम्बर ऑफ कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्री (PHDCCI) उद्योग भागीदार के रूप में सहयोग कर रहा है।
समन्वय हेतु MPLUN से अनिल थागले (डिप्यूटी सी. जी. एम.), मिहिर आनंद (कंसल्टेंट, RAMP सेल), तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग से संयुक्त निदेशक मण्डलोई, जी.एम., जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र (DTIC) स्वप्निल गर्ग, और जयंती टैगोर उपस्थित रहे।
PHDCCI की ओर से असिस्टेंट रेज़िडेंट डायरेक्टर अनिरुद्ध दुबे ने प्रतिनिधिमंडल के साथ समन्वय एवं व्यवस्था का दायित्व संभाला।
RAMP योजना का महत्व RAMP (रेज़िंग एंड एक्सलेरेटिंग एमएसएमई परफॉरमेंस) योजना, भारत सरकार और विश्व बैंक की एक संयुक्त पहल है, जिसका उद्देश्य देशभर के एमएसएमई सेक्टर की उत्पादकता, प्रतिस्पर्धात्मकता और सतत विकास क्षमता को सुदृढ़ करना है।
मध्यप्रदेश में इस योजना का कार्यान्वयन सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के अंतर्गत मध्यप्रदेश लघु उद्योग निगम (MPLUN) द्वारा किया जा रहा है, जिसके माध्यम से राज्य के उद्योगों को नई तकनीक, कौशल, विपणन अवसरों और वैश्विक नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है।



