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ईशान्य संस्कृति उत्सव ऑक्टेव 25 दिसंबर से

शिल्प कला मेला 22 दिसंबर से ही होगा शुरू

ईशान्य संस्कृति उत्सव ऑक्टेव 25 दिसंबर से
उत्तर पूर्वी राज्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
शिल्प कला मेला 22 दिसंबर से ही होगा शुरू

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इंदौर। दक्षिण मध्य सांस्कृतिक केंद्र नागपुर संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से उत्तर पूर्वी राज्यों की सांस्कृतिक विरासत देखने का मौका 25 दिसंबर 2025 से लालबाग प्रांगण पर मिलने वाला है यह लोक संस्कृति मंच एवं दक्षिण मध्य संस्कृतिक केंद्र नागपुर का संयुक्त आयोजन है। वही शिल्प मेला 22 दिसंबर से शुरू होकर 31 दिसंबर तक रहेगा।

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दक्षिण मध्य संस्कृतिक केंद्र नागपुर के निदेशक सौं आस्था गोडबोले कार्लेकर एवं इंदौर के लोकप्रिय सांसद शंकर लालवानी ने बताया उत्तर पूर्वी भारत के आठ राज्यों को इसमें शामिल किया गया है इसलिए इस उत्सव का नाम आक्टेव रखा गया है। क्योंकि इसमें असम त्रिपुरा अरुणाचल प्रदेश नागालैंड मेघालय मिजोरम मणिपुर और सिक्किम शामिल है यह एक वार्षिक महोत्सव है जो हर साल पूर्वोत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा आयोजित किया जाता है इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य इन आठ राज्यों की कला संस्कृति और शिल्प कौशल का परिचय पूरे देश से करवाना एवं इसको समृद्ध करके आगे बढ़ाना है। इस आयोजन में पूर्वोत्तर के लगभग 250 से लेकर 300 कलाकार एवं शिल्पकार शामिल होते हैं जो अपनी-अपनी शिल्प लेकर यहां आते हैं एवं अपनी कला को मंच पर लोगों के समक्ष प्रस्तुत करते हैं और अपने राज्यों की संस्कृति का परिचय आगंतुक जनता से कराते हैं। शिल्प को प्रसारित एवं प्रसारित करने हेतु शिल्प मेला 22 दिसंबर से ही लालबाग परिसर में शुरू हो जाएगा ।

लोक संस्कृति मंच इस दौरान लाल बाग पर शिल्पकारों के लिए व्यवस्थाएं जुटा रहा है जिसमें देशभर के एवं उत्तर पूर्वी राज्यों के शिल्पकार अपनी कला को प्रदर्शित करने के लिए एवं विक्रय करने के लिए यहां शामिल होंगे ।साथ ही सुस्वादु व्यंजनों का स्वाद भी यहां पर मिलेगा जिसमें देश भर के व्यंजन शामिल होंगे।

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