भोपाल: अटल पेंशन योजना में मध्यप्रदेश के 10 जिलों ने देश में बनाई जगह, बालाघाट नंबर वन
1 मई से 15 जुलाई तक चले विशेष अभियान में मध्यप्रदेश के 10 जिलों ने देशभर में टॉप-10 में बनाई जगह, बालाघाट ने सबसे अधिक पंजीयन कर प्राप्त किया पहला स्थान।

भोपाल। देशभर में 1 मई से 15 जुलाई 2025 तक असंगठित क्षेत्र के नागरिकों को अटल पेंशन योजना से जोड़ने का विशेष अभियान चला। इस अभियान में मध्यप्रदेश के 10 जिलों ने राष्ट्रीय स्तर पर टॉप-10 में स्थान पाया है। इनमें बालाघाट जिले ने रिकॉर्ड 418 प्रतिशत उपलब्धि के साथ देश में पहला स्थान प्राप्त किया।
बालाघाट की ऐतिहासिक उपलब्धि
बालाघाट ने 2992 के लक्ष्य के मुकाबले 12,507 पंजीयन कर 418 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया। कलेक्टर मृणाल मीणा, जिला पंचायत सीईओ अभिषेक सराफ और अग्रणी बैंक प्रबंधक संजीव कुमार के नेतृत्व में यह उपलब्धि हासिल हुई। जिले में 50 हजार का लक्ष्य रखा गया है।
अन्य जिलों की शानदार परफॉर्मेंस
श्योपुर ने 304%, अलीराजपुर 194%, उज्जैन 191%, अनूपपुर 189%, उमरिया 184%, छिंदवाड़ा 183%, डिंडोरी 182%, शहडोल 178%, और दमोह ने 177% उपलब्धि दर्ज कर देशभर में स्थान पाया।
क्यों खास है अटल पेंशन योजना
यह योजना 18-40 आयु वर्ग के उन लोगों के लिए है, जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं। पात्र व्यक्ति को 60 वर्ष की आयु के बाद 1000 से 5000 रुपये मासिक पेंशन मिलती है। योजना का लाभ केवल गैर-आयकरदाता व गैर-सरकारी पेंशन धारकों को दिया जाता है।
योजना का उद्देश्य
असंगठित क्षेत्र के मजदूर, किसान, छोटे व्यापारी, घरेलू कामगार जैसे तबकों को वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। योजना में बैंक या डाकघर का आधार लिंक खाता जरूरी है।
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मध्यप्रदेश के 10 जिलों ने अटल पेंशन योजना में देश में टॉप 10 में जगह बनाई।
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बालाघाट ने 418% पंजीयन के साथ राष्ट्रीय स्तर पर पहला स्थान पाया।
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प्रदेश में 50 हजार पंजीयन का रखा गया लक्ष्य।
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योजना 18-40 आयु के असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए।
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सभी जिलों को मिलेगा अवॉर्ड ऑफ एक्सीलेंस।