
सेंधवा।
मनुष्य के सुखद जीवन के लिए मस्तिष्क में सत्यता, चेहरे पर प्रसन्नता तथा हृदय में पवित्रता जरूरी है। फर्स्टऔर दुख मनुष्य के जीवन में शिक्षा देने वाले श्रेष्ठ 2 गुण होते हैं। किसी को बहस या बातों से जीतने के बजाय मौन रह कर ही पराजित करना चाहिए। अन्यथा हम कहीं रोगों से ग्रसित हो सकते हैं। उक्त विचार योग गुरु कृष्णकांत सोनी ने शासकीय हाई स्कूल जोग वाड़ा तहसील सेंधवा के विद्यार्थियों के समक्ष निशुल्क योग शिविर में कहे। योग गुरु ने आगे बताया कि ध्यान आसन,पदमासन, शवासन के अभ्यास से मौन मजबूत बनता है ओर व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है। मनुष्य की सबसे बड़ी चुनौती है क्रोध, चिड चिडे पन से बचना है। इसके लिए आपको भ्रामरी प्राणायाम, अनुलोम विलोम प्राणायाम, टकं मुद्रा का अभ्यास करना होगा। गुरु ने योग के विभिन्न गुर निशुल्क सिखाएं। इस अवसर पर प्राचार्य शैलेन्द्र जोशी, हंसराज मालवीय, सुनिल किराड़े, पंकज सोनी, नरेंद्र पाठक,सजाउददीन खान, श्रीमती साधना गुप्ता, अनिता शर्मा आदि उपस्थित थे।
फोटो छात्र छात्राएं आसन करते हुए।