सेंधवा: बिरसा मुंडा जयंती की तैयारियों को मिली रफ्तार, धनोरा-चाचरिया में हुई रूपरेखा तय
15 नवंबर को बलवाड़ी में होगा भव्य आयोजन, राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर के नेताओं की होगी उपस्थिति

सेंधवा क्षेत्र में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। 15 नवंबर को बलवाड़ी में होने वाले इस गौरव दिवस कार्यक्रम की रूपरेखा तय करने के लिए धनोरा और चाचरिया में बैठकें हुईं, जिनमें आयोजन की जिम्मेदारियां ग्राम पंचायत स्तर तक सौंपी गईं।
बिरसा मुंडा जयंती की तैयारी शुरू
सेंधवा विधानसभा क्षेत्र के बलवाड़ी में 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। आयोजन की रूपरेखा तय करने के लिए गुरुवार को धनोरा और चाचरिया में बैठकें हुईं। धनोरा बस स्टैंड स्थित एक निजी शोरूम में आयोजित बैठक में बिरसा मुंडा के चित्र पर पूजन और माल्यार्पण किया गया। समाज के वरिष्ठजनों और युवाओं ने मिलकर कार्यक्रम की व्यवस्थाओं पर चर्चा की। बैठक की अध्यक्षता क्षेत्र के वरिष्ठ आदिवासी समाजजनों ने की।

पारंपरिक वेशभूषा में शामिल होंगे हजारों लोग
बैठक में बताया गया कि बिरसा मुंडा स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी और आदिवासी समाज के प्रतीक हैं। उनकी जयंती को गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा। विकास आर्य ने बताया कि बलवाड़ी में आयोजित कार्यक्रम पूरी तरह सामाजिक स्वरूप का होगा, जिसमें लगभग 30 हजार लोग पारंपरिक वेशभूषा और वाद्य यंत्रों के साथ भाग लेंगे। आयोजन का उद्देश्य समाज में एकता और गौरव की भावना को मजबूत करना है।
गांव-गांव तक पहुंची तैयारी की जिम्मेदारी
आयोजन को सफल बनाने के लिए ग्राम पंचायतों में बैठकें कर जिम्मेदारियां सौंपी जा रही हैं। गुरुवार को धनोरा मंडल की 17 ग्राम पंचायतों में दो-दो प्रभारियों को जिम्मेदारियां दी गईं। युवाओं ने आपसी समन्वय से कार्यक्रम की तैयारियां संभालने का संकल्प लिया। इस बैठक में शोभाराम तरोले, सरपंच प्रतिनिधि जगन मेहता, वाहरिया पटेल, राजू सेवरे, भायराम चौहान, आशाराम महाराज सहित कई समाजजन मौजूद रहे। कार्यक्रम में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य सहित अनेक राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय नेताओं के शामिल होने की संभावना है।

 
				 
					
 
						


