वृक्ष माँ जैसी छाया प्रदान करते हैं इसलिए वृक्षारोपण जरूर करें – कैलाश विजयवर्गीय
केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने शहर में दो स्थानों पर किया पौधारोपण

केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने शहर में दो स्थानों पर किया पौधारोपण
वृक्ष माँ जैसी छाया प्रदान करते हैं इसलिए वृक्षारोपण जरूर करें – कैलाश विजयवर्गीय
पितृ पर्वत सिद्ध स्थल होने के साथ इंदौर का सबसे हरा-भरा स्थल है – कैलाश विजयवर्गीय
इंदौर के लोगों के सहयोग से हमें वृक्षारोपण में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह मिली – कैलाश विजयवर्गीय
इंदौर। इंदौर स्वच्छता में नंबर वन है अब हम हरियाली में भी देश के मार्गदर्शक बनेंगे। यह बात नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ की उपस्थिति में एक कार्यक्रम के दौरान कही। केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ का इंदौर आगमन हुआ। इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने दो स्थानों पितृ पर्वत और केंद्रीय आयुध एवं युद्ध कौशल विद्यालय सीमा सुरक्षा बल कैंपस में वृक्षारोपण किया। पितृ पर्वत के नीचे गाँधी नगर में रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ की उपस्थिति में 11 हजार पौधारोपण किए गए, वहीं बीएसएफ कैंपस में ‘माँ की बगीया’ का निर्माण कर पाँच हजार एक सौ फलदार पौधों का रोपण किया गया।
इंदौरवासियों के सहयोग से हमने बनाया वृक्षारोपण का विश्व रिकॉर्ड
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पिछले साल 51 लाख वृक्षारोपण के लिए मैने एक महीने तक सौ से ज्यादा समाजों के साथ बैठक की थी और पूरे इंदौर को जोड़कर इस विशाल वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाया था। रेवती रेंज पर, जहां हमने 12 लाख 41 हजार वृक्षारोपण का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है, वहां एक से डेढ़ लाख लोगों ने वृक्षारोपण किया है। समाज के हर वर्ग के लोगों के साथ बीएसएफ के जवानों ने इस वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाने में सहयोग किया, जब जाकर इंदौर को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह मिली है। हमारे प्रधानमंत्री मोदीजी ने जो एक पेड़ माँ के नाम का स्लोगन दिया है, वह काफी भावुक है। इसलिए जब हम पेड़ लगाएं तो अपनी माँ का स्मरण करें, यदि माँ नहीं हो तो और यदि माँ हो तो माँ को साथ लेकर आए और उनके हाथों से वृक्षारोपण करवाएं। सभी को एक दिन जाना है। जब माँ चली जाएगी तो जैसे माँ छाया देती है उसी तरह वह वृक्ष आपको छाया देगा। इसलिए आप वृक्षारोपण जरूर करें। आपने हाथों से अपने परिवार के साथ पौधा लगाएं, जिससे आपकी भावना उससे जुड़ जाएगी। कोई उस वृक्ष को काटे नहीं इसलिए उसकी देखभाल भी करें।
पितृ पर्वत है इंदौर का सबसे हरा-भरा सिद्ध क्षेत्र
पितृ पर्वत पर जो हरियाली दिख रही है, पहले यहां पर लूट होती थी। लुटेरों का आतंक था। आज मालवा का सबसे हरा-भरा क्षेत्र पितृ पर्वत है। यहां पर इंदौर से दो डिग्री तापमान कम रहता है। इंदौर के लोगों ने पितृ पर्वत पर चार लाख वृक्ष लगाए हैं। मुझे यह कहते हुए गर्व है कि हमारे प्रधानमंत्री जब भी सोचते हैं तो अलग हट कर सोचते हैं। प्रधानमंत्रीजी वर्तमान और भविष्य दोनों के संबंध में सोचते हैं। हम कल रहें या ना रहे, यह पेड़ हमेशा रहेंगे। पीपल, बरगद जैसे वृक्षों की आयु चार से पाँच सौ साल तक होती है। हमारे जाने के बाद भी यह पेड़ रहेंगे और हमारी पीढ़ियों को ऑक्सीजन देते रहेंगे। हम जब छोटे थे तब हमारे घर में पंखे भी नहीं थे। नंदानगर काफी हरा-भरा होने के कारण काफी ठंडा इलाका था। पितृ पर्वत के संबंध में बोलते हुए उन्होंने कहा कि यहां पर विराजित हनुमान सिद्ध और मनोकामना पूर्ण करने वाले हैं। इस सिद्ध क्षेत्र की स्थापना के लिए हमने किसी से कोई दान नहीं लिया। श्रद्धालु आते हैं और दान देते हैं। इस तरह श्रद्धालुओं ने करोड़ों रुपये का दान दिया है। वर्तमान में यह एक बड़ा सिद्ध स्थल है। इस स्थल को इंदौर की जनता ने अपने पितृों के नाम से वृक्ष लगाकर संवारा है।
कार्यक्रम में भुजरिया पर्व की दी शुभकामना
कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में कैलाश विजयवर्गीय ने उपस्थित जनसमुदाय को भुजरिया (कजलिया) पर्व की शुभकामना दी। उन्होने कहा कि माटी, जल एवं अन्न के प्रति कृतज्ञता का यह पारंपरिक उत्सव पर्यावरण के प्रति हमारी संवेदनशीलता का जीवंत प्रतीक है। इस अवसर पर कार्यक्रम में सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, विधायक मधु वर्मा, विधायक महेंद्र हार्डिया, विधायक गोलू शुक्ला, भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा, बीएसएफ आईजी आलोक सिंह, एमआईसी मेंबर राजेंद्र राठौड़, भाजपा ग्रामीण अध्यक्ष श्रवण चावड़ा, भाजपा नगर उपाध्यक्ष अशोक चौहान चांदू नेता, भाजपा नेता संजय शुक्ला, विशाल पटेल आदि उपस्थित थे।