मानसिक दृढ़ता ही जीवन का आधार” — सेंधवा के खाज्या नायक कॉलेज में विशेषज्ञों ने दिए तनाव मुक्त रहने के सूत्र
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर सेंधवा कॉलेज में तनाव प्रबंधन पर परिचर्चा आयोजित

सत्याग्रह लाइव। सेंधवा। वीर बलिदानी खाज्या नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेंधवा में शुक्रवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर तनाव प्रबंधन पर एक परिचर्चा आयोजित कि गई ।इस परिचर्चा में बोलते हुए डॉ महेश बाविस्कर ने कहा कि समस्या जीवन का अभिन्न अंग है । इससे बच तो नहीं सकते मगर अपनी मनःस्थिति को मजबूत कर परिस्थितियों से पार जरुर पा सकते हैं । हमें क्या मिला हुआ है ,हमारे पास क्या है उसे न देखते हुए, क्या नही है और दुसरे के पास क्या है वह देख रहे हैं और स्वयं अनावश्यक रूप से तनावग्रस्त हुए जा रहे हैं । ऐसे में मेरा आपसे यह कहना है कि यदि तनाव से बचना है तो अपने कार्य नीयत समय पर करें , शारिरिक गतिविधियों के लिए समय निकालें ,अपने रुचि के रचनात्मक काम में समय दे , सामंजस्य की भावना विकसित करें , परिवार और मित्रों से निरंतर जुड़े रहे , असफलता,अपमान, नुकसान को झेलने की क्षमता विकसित करें ।ओवरथिंकिंग भी एक बड़ी समस्या है जिससे बचना जरूरी है ।
वर्तमान में युवा छोटे छोटे कारणों से आत्महत्या जैसा गलत कदम उठा लेते है । वे यह नही सोचते कि परिवार के लिए बाद का समय कितना कठिन हो जाता है । मानसिक दृढ़ता वर्तमान समय की आवश्यकता है, मजबूत बने । इस अवसर पर डॉ राहुल सूर्यवंशी ने कहा कि जिम्मेदारी के अभाव में व्यक्तित्व विकास हो नहीं सकता और जिम्मेदारी लोगे तो कहीं न कहीं तनाव भी आयेगा । ऐसे आपका लक्ष्य बड़ा होगा तो व्यस्तता आपको तनाव से दूर रखेगी । दरअसल हमारे विचार कल्पवृक्ष की समान होते हैं हम जैसे सोचेंगे तो उसकी उसी रुप में फलीभूत होने की संभावना बढ़ जाती है । पूर्व धारणा स्वार्थपरक स्वभाव यह भी तनाव बढ़ाने के ही साधन है । आजकल हम देखते हैं कि अपने अधिकारो को लेकर प्रवृत्ति लेने वाली होती जा रही है अगर हमारे मन में उदारता का भाव लाये तो हमारी क्षमता भी देने की उत्पन होगी ।यह परिचर्चा भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित कि गई । जिसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे ।यह जानकारी डॉ विकास पंडित ने दी ।