सेंधवा में पुलिस पर गंभीर आरोप, विधायक ने की बैंक खातों की जांच की मांग , शराब और मक्का बेचने का आरोप, विधायक ने बोले- कई बेनकाब होंगे

सेंधवा; विधायक मोंटू सोलंकी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब्त शराब और मक्का को बाजार में बेचा गया, जांच कर संबंधितों पर दर्ज हो मुकदमा।
अवैध शराब जब्ती के तीन दिन बाद ही इस मामले ने नया मोड़ ले लिया है। शनिवार को सेंधवा किला परिसर स्थित अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में विधायक मोंटू सोलंकी ने इस प्रकरण में पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने जब्त की गई अंग्रेजी शराब और मक्का को बाजार में बेच दिया।
पुलिसवालों पर एफआईआर की मांग
विधायक मोंटू सोलंकी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट रूप से मांग की कि इस मामले में शामिल सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ धारा 34/2 और चोरी की धाराओं में एफआईआर दर्ज की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि इन पुलिसकर्मियों के रिश्तेदारों के बैंक खातों की जांच की जानी चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
सोलंकी ने पूर्व ग्रामीण थाना प्रभारी दिलीप पुरी के व्यवहार को लेकर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पुरी का व्यवहार न केवल जनप्रतिनिधियों बल्कि आम नागरिकों के प्रति भी अपमानजनक था। यदि कोई व्यक्ति शिकायत लेकर थाने पहुंचता था, तो उसे ही धमका कर थाने से भगा दिया जाता था।
गंभीर आरोप: अवैध गतिविधियों में संलिप्तता
विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि दिलीप पुरी की संलिप्तता से क्षेत्र में अवैध गोवंश और शराब का परिवहन खुलेआम चल रहा था। उन्होंने कहा कि जब्त शराब को एजेंटों के माध्यम से बाजार में बिकवाया गया और यह कोई अकेले पुलिसकर्मियों की करतूत नहीं थी, इसमें अन्य प्रभावशाली लोग भी शामिल हैं।
6 जुलाई को पुलिस द्वारा एक ट्रक से 545 पेटी अंग्रेजी शराब जब्त की गई थी। इसके बाद खबर आई कि यही शराब बाद में बाजार में बिकती देखी गई। इस पर एसपी ने तत्काल जांच के आदेश दिए और एसडीओपी की रिपोर्ट के आधार पर पूर्व थाना प्रभारी दिलीप पुरी सहित पांच पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया गया।