सेंधवा में मातृशक्ति महिला मंडल ने गौ सेवक पंडित चेतन शर्मा को किया सम्मानित
गोपाष्टमी के अवसर पर गौ माता की सेवा और अंतिम संस्कार करने वाले पंडित चेतन शर्मा को मातृशक्ति महिला मंडल ने दिया “गौ सेवा रत्न” सम्मान।

सेंधवा में मातृशक्ति महिला मंडल ने देवेश्वरी कामधेनु गौशाला के संचालक पंडित चेतन शर्मा को गौ माता की निस्वार्थ सेवा, उपचार और अंतिम संस्कार में योगदान के लिए “गौ सेवा रत्न” सम्मान प्रदान किया। गोपाष्टमी पर आयोजित इस कार्यक्रम में मंडल की कई सदस्याएं उपस्थित रहीं।
सेंधवा। मातृशक्ति महिला मंडल द्वारा गोपाष्टमी के अवसर पर देवेश्वरी कामधेनु गौशाला के संचालक पंडित चेतन शर्मा को उनके अमूल्य सामाजिक योगदान के लिए सम्मानित किया गया। पंडित चेतन शर्मा वर्षों से बीमार, घायल और असहाय गौ माताओं की सेवा में निस्वार्थ भाव से जुड़े हुए हैं। वे न केवल गौशाला में स्वस्थ गौ माताओं की देखभाल करते हैं बल्कि बीमार गौ माताओं के उपचार, आहार और पुनर्वास में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं।
निस्वार्थ सेवा और करुणा का प्रतीक कार्य
पंडित चेतन शर्मा की सेवा का सबसे भावनात्मक पहलू यह है कि जब किसी गौ माता का जीवन अंत की ओर होता है, तब वे स्वयं उसकी अंतिम यात्रा और संस्कार कर धर्म और मानवता का संदेश देते हैं। मातृशक्ति महिला मंडल ने उनके इस समर्पण को देखते हुए उन्हें “गौ सेवा रत्न” सम्मान प्रदान किया। मंडल की अंतिम बाला शर्मा ने कहा कि पंडित चेतन शर्मा का समर्पण करुणा, धर्म और मानवता का जीवंत उदाहरण है।
समाज में गौसेवा की प्रेरणा
सम्मान प्राप्त करते हुए पंडित चेतन शर्मा ने कहा कि गौ माता हमारे धर्म और संस्कृति की आधार हैं। यह सम्मान सभी गौसेवकों को समर्पित है जो निस्वार्थ भाव से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “जब तक प्राण है, तब तक गौ सेवा का पथ नहीं छोड़ूंगा।” इस अवसर पर मातृशक्ति महिला मंडल की गीता कानूनगो, रेखा मंडलोई, कोमल कानूनगो, रेखा राठौड़, रेणु भार्गव और अन्य सदस्याएं उपस्थित रहीं।
 
				 
					
 
						


