
सेंधवा में अनंत चतुर्दशी पर परंपरागत झांकी चल समारोह भव्यता के साथ निकला। शनिवार रात से शुरू हुआ यह जुलूस रविवार सुबह तक चलता रहा। शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरी 24 आकर्षक झांकियों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। अखाड़ों की शानदार प्रस्तुति और आतिशबाजी से माहौल रोमांचक हो गया।
परंपरागत चल समारोह में 24 झांकियों की रौनक
शनिवार रात 10 बजे से सेंधवा में शुरू हुआ अनंत चतुर्दशी का चल समारोह रविवार सुबह 10 बजे तक जारी रहा। 24 भव्य झांकियों में लव जिहाद, रुक्मिणी हरण, ऑपरेशन सिंदूर, मां नर्मदा, शिवाजी महाराज का रायगढ़ किला, रामसेतु, श्रीकृष्ण लीलाएं, सीता हरण, महाकाल मंदिर, शिव-पार्वती विवाह, बाहुबली हनुमान और प्रेमानंद महाराज जैसी झांकियां शामिल रहीं।
अखाड़ों की प्रस्तुति और आतिशबाजी का जादू
विकास आर्य मित्र मंडल की मां नर्मदा झांकी रात 2 बजे मोतीबाग चौक पहुंची। ढोल-नगाड़ों और डीजे की धुन पर युवाओं ने उत्साहपूर्वक नृत्य किया। आतिशबाजी ने माहौल को और भी भव्य बना दिया। युवा बरगुंडा एकता संगठन और डॉ अंबेडकर युवा शक्ति ने अखाड़ों की प्रस्तुति दी।
सुरक्षा और सम्मान
सुरक्षा के लिए एसडीएम आशीष कुमार, एडिशनल एसपी धीरज बब्बर सहित पुलिस अधिकारी और अतिरिक्त बल तैनात रहे। प्रत्येक झांकी के साथ चार पुलिसकर्मी और पांच वालंटियर्स लगाए गए। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने सभी झांकियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। विहिप जिला अध्यक्ष गिरवर शर्मा और डॉ ललित तंवर सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे
समिति प्रमुखों का सम्मान
समिति प्रमुखों का सम्मान जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) के सेंधवा ब्लॉक अध्यक्ष एवं झोपाली से जनपद सदस्य प्रतिनिधि राहुल सोलंकी ने भगवा गमछा ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर किया। इस अवसर पर आदिवासी प्रदेश प्रवक्ता विजय सोलंकी, जयस सेंधवा महासचिव मन्साराम खरते, देवा जाधव, बाल किशन आर्य, नीलेश चौहान, युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष यश ठक्कर, दिलीप सोलंकी, राजेश सोलंकी, चीकू सोलंकी, दिलीप ब्राह्मणे, आकाश ब्राह्मणे सहित कई साथी मंच पर उपस्थित रहे।
एकता और सद्भाव का संदेश
आयोजन में सभी समुदायों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। झांकियों के माध्यम से धार्मिक और सामाजिक संदेशों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया। यह समारोह शांति और सद्भाव के साथ संपन्न हुआ, जिसने सेंधवा की सांस्कृतिक विरासत को और समृद्ध किया।