सेंधवा: गवाड़ी गांव में पहली बार विश्व आदिवासी दिवस का भव्य आयोजन, 5 हजार से अधिक ग्रामीणों की उपस्थिति में मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस
पारंपरिक रैली, नृत्य और नुक्कड़ सभा के साथ गवाड़ी में पहली बार विश्व आदिवासी दिवस समारोह आयोजित

सेंधवा से 10 किलोमीटर दूर गवाड़ी गांव में पहली बार विश्व आदिवासी दिवस बड़े उत्साह और सांस्कृतिक गरिमा के साथ मनाया गया। जयस और आदिवासी सामाजिक संगठनों ने पारंपरिक रैली, नृत्य और नुक्कड़ सभा के जरिए एकता और अधिकारों का संदेश दिया।
गवाड़ी में पहली बार विश्व आदिवासी दिवस
सेंधवा। मुंबई-आगरा नेशनल हाईवे स्थित गवाड़ी गांव में गुरुवार को पहली बार विश्व आदिवासी दिवस का भव्य आयोजन हुआ। जयस और आदिवासी सामाजिक संगठनों ने साप्ताहिक कार्यक्रम के अंतर्गत विशाल रैली निकाली, जिसमें हजारों ग्रामीणों ने सहभागिता की। इस दौरान आदिवासी एकता परिषद के प्रदेश अध्यक्ष गजानंद ब्राह्मणे, प्रदेश प्रवक्ता विजय सोलंकी, सामाजिक कार्यकर्ता पोरलाल खरते, राम किशन जाधव समेत कई वक्ताओं ने जल, जंगल और जमीन के अधिकारों की रक्षा और आदिवासी संस्कृति के संरक्षण का आह्वान किया।
पारंपरिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम
सभा स्थल पर पहुंचने से पूर्व आदिवासी क्रांतिकारी वीर योद्धा खाज्या नायक की जन्म व कर्मभूमि भंवरगढ़ किले के भीतर स्थित खाज्या बाबा स्टेच्यू पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। वहां से बाइक रैली के रूप में आगे बढ़ते हुए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद पारंपरिक ढोल-मांदल, बैंड-बाजों और तीर-कमान के साथ रैली निकली, जिसका मुस्लिम और अन्य समाज के लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। युवक-युवतियों ने आदिवासी गीतों पर नृत्य कर उत्सव का माहौल बनाया।
उद्देश्य और ऐतिहासिक महत्व
वक्ताओं ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने 23 दिसंबर 1994 को प्रस्ताव क्रमांक 49/214 पारित कर 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस घोषित किया। इसका उद्देश्य आदिवासी समाज के मानवाधिकारों, जल-जंगल-जमीन और खनिज संपदा के अधिकारों की सुरक्षा, उनकी अस्मिता, कला, संस्कृति और इतिहास को संरक्षित रखना और स्वास्थ्य व शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना है।
वक्ताओं के संबोधन
समारोह को गजानंद ब्राह्मणे, पोरलाल खरते, आपसींग पटेल, गवाड़ी सरपंच गजानंद ब्राह्मणे, जयस ब्लॉक अध्यक्ष राहुल सोलंकी, भायाराम अहीरे, सागर बर्ड, आशाराम पटेल, सुरेश डावर, पवन अहीरे, रामकिशन जाधव, सीताराम बर्ड, सिलदार सोलंकी, राजेश जाधव, शिवजी किराड़े, गजानंद सोलंकी, अंबाराम पंवार, रामेश्वर जाधव, हरदास बर्ड, मदन आर्य, मोहन सोलंकी, रमेश सेनानी सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन विजय सोलंकी ने किया और आभार सलीम खत्री ने व्यक्त किया।
सुरक्षा व्यवस्था
समारोह में सुरक्षा के लिए बिजासन चौकी प्रभारी विनोद मीणा पुलिस बल के साथ तैनात रहे। आसपास के 10 से अधिक गांवों से आए सरपंच, पटेल और ग्रामीणों ने उत्सव को सफल बनाया