सेंधवा: बारिश में भीगते बच्चों की शिक्षा, जर्जर स्कूल भवनों पर कार्रवाई की मांग तेज
ग्रामीण बोले – स्कूल भवन किसी भी दिन हो सकता है हादसे का शिकार, SDM को सौंपा ज्ञापन

सेंधवा। सत्याग्रह लाइव। सेंधवा क्षेत्र के कई ग्रामों में स्कूल भवनों की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि बच्चों की जान पर बन आई है। बुधवार को गोई वाकी, बनिहार और चाचरिया के ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर इस मुद्दे पर ज्ञापन सौंपा और जल्द समाधान की मांग की।
ग्राम पंचायत गोई वाकी और बनिहार के ग्रामीण बुधवार को एसडीएम कार्यालय पहुंचे और नायब तहसीलदार सुधीर शर्मा को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया कि गांव के स्कूलों की इमारतें जर्जर हो चुकी हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई के साथ जान भी खतरे में है।
106 छात्र प्रभावित, छत से गिरता है प्लास्टर
गोई वाकी के उपसरपंच नरेंद्र सोलंकी ने बताया कि गांव के पटेल फलिया स्थित प्राथमिक स्कूल की हालत बेहद खराब है। स्कूल की छत का प्लास्टर गिर रहा है, लोहे के सरिए बाहर दिख रहे हैं और बारिश के दौरान छत से पानी रिसता है। स्कूल में कक्षा 1 से 5 तक कुल 106 छात्र पंजीकृत हैं, लेकिन बारिश के समय कक्षाओं में पानी भर जाने से बच्चों को बैठने की भी सुविधा नहीं मिल पा रही है।
बनिहार और चाचरिया में भी संकट
बनिहार पंचायत के फिल्टर प्लांट फलिया में भी प्राथमिक स्कूल की छत से लगातार पानी टपकता है। ग्रामीणों ने अधिकारियों को सूचित किया है कि छत से प्लास्टर गिर रहा है, जिससे किसी भी समय हादसा हो सकता है। चाचरिया के सैटेलाइट प्राइमरी स्कूल अछालिया फलिया में बारिश से बचाव के लिए शिक्षक खुद प्लास्टिक की पन्नी छत पर बांधकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
नियमित शिक्षक नहीं, ड्रम में टपकता पानी
बुधवार को विधायक प्रतिनिधि किशन अलावे ने देवीसिंह अलावे, विक्रम अलावे, राजकुमार सोलंकी व अन्य ग्रामीणों के साथ निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि स्कूल में कोई नियमित शिक्षक नहीं है और अतिथि शिक्षक के भरोसे स्कूल चल रहा है। छत से लगातार पानी टपक रहा है और कक्षा के बीच में एक ड्रम रखकर पानी इकट्ठा किया जा रहा है।
SDM कार्यालय में मिली उम्मीद
नायब तहसीलदार सुधीर शर्मा ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि समस्याओं की जांच करवाई जाएगी। विकासखंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया है और यदि समस्या गंभीर पाई जाती है तो वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।