सेंधवा: बिजासन मंदिर में 6 हजार वर्गफीट का प्रसादालय लोकार्पित, 600 श्रद्धालु एक साथ कर सकेंगे भोजन
मां बिजासन मंदिर में दो करोड़ की लागत से प्रसादालय तैयार, हर घंटे 1000 भक्तों के लिए प्रसाद

सेंधवा। रमन बोरखड़े। । मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र सीमा पर स्थित मां बड़ी बिजासन माता मंदिर में 6 हजार वर्गफीट का भव्य प्रसादालय लोकार्पित हुआ। दो करोड़ की लागत से बने इस प्रसादालय में एक बार में 600 श्रद्धालु बैठकर भोजन कर सकेंगे और हर घंटे 1000 भक्तों के लिए प्रसाद तैयार होगा।
सेंधवा से 16 किलोमीटर दूर स्थित मां बड़ी बिजासन माता मंदिर में शुक्रवार को नए प्रसादालय का लोकार्पण किया गया। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य, नगर पालिका अध्यक्ष बसंती बाई यादव और पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष एस वीरा स्वामी ने मंदिर पुजारी के मंत्रोच्चार के बीच रिबन काटकर शुभारंभ किया। इस मौके पर पानसेमल एसडीएम रमेश सिसोदिया, निवाली तहसीलदार, बिजासन समिति के सत्यनारायण मालवीय, नीरज कानूनगो, संजय यादव, अरुण चौधरी, राजेश जोशी, राम महाजन, सुनील अग्रवाल, राहुल पवार, प्रखर शर्मा लला, लाला खेड़े, बिहारी शर्मा, संजय यादव (ट्रांसपोर्ट) और सुरेश गर्ग मौजूद रहे।

भव्य सुविधाओं से युक्त ‘मां की रसोई’
6 हजार वर्गफीट में निर्मित इस प्रसादालय में स्टेनलेस स्टील फर्नीचर और आरओ वाटर प्यूरीफायर लगाए गए हैं। दो करोड़ की लागत से बने इस भवन में एक बार में 600 श्रद्धालु भोजन कर सकेंगे। भोजन तैयार करने के लिए आधुनिक मशीनों का उपयोग होगा, जिससे हर समय गरमा-गरम सब्जियां और प्रसाद उपलब्ध रहेगा। वर्तमान में जहां केवल 250 श्रद्धालु भोजन कर पाते थे, वहीं अब बड़ी संख्या में भक्त एक साथ प्रसादी ग्रहण कर पाएंगे।
अन्नक्षेत्र की परंपरा और कोरोना काल की सेवा
मंदिर में 2005 से अन्नक्षेत्र संचालित हो रहा है। प्रतिदिन करीब 500 श्रद्धालु यहां प्रसाद ग्रहण करते हैं, जबकि त्योहारों पर यह संख्या 1200 तक पहुंच जाती है। कोरोना महामारी के दौरान मंदिर समिति ने तीन माह तक उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और महाराष्ट्र से लौट रहे मजदूरों को भोजन उपलब्ध कराया। इस सेवा के दौरान लगभग 7 लाख लोगों को भोजन वितरित किया गया।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण
नवरात्रि के दौरान मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। भीड़ नियंत्रण के लिए प्रसादालय से मंदिर प्रांगण को जोड़ने वाला 10 फीट चौड़ा और 100 फीट लंबा ओवर ब्रिज बनाया गया है। नीरज कानूनगो ने बताया कि इस व्यवस्था से श्रद्धालुओं की भीड़ नियंत्रित रहेगी और दर्शन आसानी से कराए जा सकेंगे।




