द्वादश ज्योतिर्लिंग कथा के साथ शिवमहापुराण का समापन, गूंजा हर हर महादेव
काशी बनारस कैलाश मठ से आए स्वामी आशुतोषानंद गिरी के प्रवचनों में शिवत्व की गहराई, राजराजेश्वर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं ने महाआरती कर भोलेनाथ का गुणगान किया।

सेंधवा। श्री राजराजेश्वर मंदिर प्रांगण में आयोजित सात दिवसीय शिवमहापुराण कथा का शनिवार को भव्य समापन हुआ। काशी बनारस कैलाश मठ से पधारे स्वामी आशुतोषानंद गिरी जी महाराज ने कथा के अंतिम दिन द्वादश ज्योतिर्लिंग की महिमा का सुंदर वर्णन किया।
कथा पांडाल ‘हर हर महादेव’ के जयकारों से गूंज उठा। तू है विश्वनाथ मेरा, तेरे नाम का सहारा, शंकर भोला नाथ है तुम्हारा हमारा जैसे भजनों पर श्रद्धालु भावविभोर होकर झूम उठे। स्वामी आशुतोषानंद गिरी की वाणी में शिवत्व की गहराई ने उपस्थित जनों को आत्मिक ऊर्जा से भर दिया।
राजराजेश्वर मंदिर में भक्ति का अद्भुत माहौल
कथा आयोजन के कारण श्रद्धालुओं ने अनुभव किया कि मानो भगवान राजराजेश्वर स्वयं भक्तों के बीच उपस्थित होकर आशीर्वाद दे रहे हों। व्यासपीठ पूजन कर सभी ने आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम का समापन भगवान भोलेनाथ की महाआरती के साथ हुआ। इसके बाद सभी श्रद्धालुओं में नुक्ति प्रसादी का वितरण किया गया।

आयोजकों ने जताया आभार
आयोजक अग्रवाल सोशल ग्रुप महिला मंडल और दादी परिवार की ओर से रेखा उमेश गर्ग ने नगरवासियों, राजराजेश्वर मंदिर समिति और सहयोग करने वाले सभी को आभार व्यक्त किया। साथ ही भविष्य में भी ऐसे ही सहयोग की कामना की।