
विभिन्न समाज के प्रतिनिधियों ने अग्रवाल को किया याद
इंदौर । स्व रमेशचंद्र अग्रवाल विचार मंच के तत्वाधान में आयोजित विचार गोष्ठी में शामिल हुए इंदौर के प्रबुद्धजन
बाबाश्री गार्डन एअरपोर्ट रोड पर हुए आयोजन मे स्व रमेशचंद्र जी अग्रवाल के कार्यों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया और उपस्थित प्रबुद्धजनों ने सप्ताह में 1 घंटा समाज की सेवा करने का संकल्प भी लिया
समारोह मे बतौर अतिथि महापौर
पुष्यमित्र भार्गव और श्रीमति आशा कैलाश विजयवर्गीय उपस्थित थे
सभा का आरंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। मुख्य अतिथि महापौर पुष्य मित्र भार्गव एवं श्रीमति आशा कैलाश विजयवर्गीय विजयवर्गीय के मुख्य आतिथ्य में 50 से अधिक समाजो के वरिष्ठ जनों ने दीप प्रज्वलित करके किया।
कमलेश खंडेलवाल ने स्वागत भाषण दिया और कहा की विचार मंच का यह पहला आयोजन है, पर अब हम पूरे वर्ष उनके विचारों को आगे बढ़ाएंगे।
स्व श्री रमेशचंद्र अग्रवाल विचार मंच की परिकल्पना को साकार रूप कैसे मिला एवं अग्रवाल एवं वैश्य एकता के सूत्रधार बने रमेशजी यह बात प्रथम वक्ता राजेश गर्ग ने कही। परिचय सम्मेलन सामूहिक विवाह के जनक के रूप मे याद किया।
पुष्य मित्र भार्गव जी कहा की रमेश जी को दूर द्रष्टा बताया एवं कहा की उन्होंने कभी रिस्क लेने से परहेज नही किया।
श्रीमति आशा विजयवर्गीय ने कहा वो सबके भले के लिये कार्य करते थे । भास्कर की ऊंचाइयों में उन्हीं का योगदान था आज उनका परिवार भास्कर को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है
माहेश्वरी समाज के नितिन माहेश्वरी ने कहा रमेश जी अपने आप मे एक संस्था थे। उन्होंने सदैव अपने साथियों और समाजो के उत्थान की योजना बनाई
केंद्रीय समिति अध्यक्ष राजेश बंसल ने कहा की रमेशजी ने सदैव दान को महत्व दिया। वो कहते थे कि आपका दान 10 गुना होकर लौट कर आयेगा। केंद्रीय समिति भाईसाब की ही देन हैं जिसकी बदौलत आज 25000 समाजजन अग्रसेन जयंती पर एकत्रित होते है।
जगदीश गोयल बाबा श्री ने उस पल को याद किया जब रमेशजी बाबाश्री रिसोर्ट पर आए थे एवं उन्होंने उद्योग व्यापार के बारे मे महत्वपूर्ण सुझाव दिए थे। उनकी प्रेरणा सदैव समाज के आखरी व्यक्ति के भले की थी
अजीत सिंग नारंग ने रमेशजी को अवतार पुरुष बताते हुए कहा की हर समाज और हर व्यकि की चिंता उन्हें थी।
रामेश्वर गुप्ता, शिव जिन्दल, अनिल शर्मा, अशोक बड़जात्या, राम एरन, एस एन गोयल, विष्णु बिंदल, हरीश विजयवर्गीय, शक्तिनाथ गुप्ता, डॉक्टर रूपेश कुंभज ,गोविंद सिंघल प्राचार्य ने भी रमेश जी को वैश्य अग्रवाल एकता का सूत्रधार बताया और कहा की उन्हें वंचितों के अधिकारों की बड़ी चिंता थी।
कार्यक्रम में विनोद गोयल, कैलाश बंसल, लक्ष्मण माहेश्वरी, संतोष गोयल, ब्रजमोहन गुप्ता , नरेश सिंघल, आशीष गेंदर ,विजय अडीचवाल, जयनारायण दम्माणी, जिनेश झाँझरी, रामस्वरूप धूत, घनश्याम काकानी, शरद गोयल जनपद ,टोनी ईनाणी राजेश तोड़ीवाला, ओम प्रकाश शास्त्री, गोविंद सिंघल मामा ,निर्मल अग्रवाल, त्रिलोकीनाथ गुप्ता, धर्मेन्रद्र चौधरी, पूर्व डी आई जी,अतुल खंडेलवाल, विकास जिन्दल, मुरलीधर धमानी आदि उपस्थित ,जिला माहेश्वरी समाज अध्यक्ष रामस्वरूप धुत,सर्वश्री लक्ष्मण माहेश्वरी गुरु,जयनारायण दम्मानी,कैलाश मुंगड,देवेन्द्र ईनाणी,अभय झंवर, राजा,महेश राठी गुड्डा,टोनी ईनाणी,प्रकाश अजमेरा,कालू सारडा,डा अंकुर महेश्वरी,रमेश पसारी, गोलू ईनाणी , मनोज ,
छापरवाल नीरज जाखेटीया,पियूष जाजू,बाबू सोडाणी,विनय लाहोटी,अशोक शारदा,अनिल भूतड़ा,प्रकाश माहेश्वरी,अनिल बाहेती आदि मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन द्वारका चौरसिया ने किया।आभार घनश्याम काकाणी ने माना।