बड़वानी: जनकल्याणकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने पहुंचे प्रभारी मंत्री टेटवाल
कलेक्टर सभागृह में आयोजित बैठक में प्रभारी मंत्री डॉ. गौतम टेटवाल ने विभिन्न विभागों की योजनाओं की समीक्षा की, अधिकारियों को दी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन की हिदायत।

बड़वानी; रमन बोरखड़े। प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जमीनी प्रगति जानने के उद्देश्य से जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. गौतम टेटवाल शनिवार को कलेक्टर कार्यालय स्थित सभागृह में आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक में शामिल हुए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक सही समय पर पहुंचे, ताकि सामाजिक न्याय और समावेशिता की भावना सशक्त हो।
डॉ. टेटवाल ने कहा कि योजनाएं तभी सार्थक होती हैं जब वे जमीनी स्तर पर सफलतापूर्वक लागू हों। उन्होंने विभिन्न विभागों से तकनीकी बाधाओं व बजट की स्थितियों की जानकारी ली और कहा कि यदि किसी पात्र हितग्राही को लाभ नहीं मिल पा रहा है तो उन्हें अवगत कराया जाए, ताकि मुख्यमंत्री को स्थिति से अवगत कराकर समाधान हो सके।
एक पेड़ मां के नाम
बैठक के दौरान डॉ. टेटवाल ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की चर्चा करते हुए सभी से अपील की कि वे अपनी माताजी के नाम से एक पौधा अवश्य लगाएं। उन्होंने कहा, “जब यह पेड़ बड़ा होगा तो जो अनुभूति होगी, उसे शब्दों में नहीं बांधा जा सकता। यह मातृत्व और प्रकृति के बीच एक जीवंत संबंध होगा।”
प्रमुख निर्देश और चर्चाएं
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स्वास्थ्य: एनआरसी में भर्ती अति कुपोषित बच्चों की स्थिति और स्वास्थ्य अधिकारियों की उपलब्धता पर चर्चा।
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कृषि व बागवानी: उद्यानिकी विभाग को कृषक प्रशिक्षण की रूपरेखा तैयार करने और अन्य जिलों के कृषकों को भी लाभ देने के निर्देश।
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छात्रावास व शिक्षा: छात्रावासों की व्यवस्थाओं की नियमित जांच, गणवेश और साइकिलों का वितरण जनप्रतिनिधियों से करवाने की बात।
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वृक्षारोपण: वन विभाग, जन अभियान परिषद और अन्य विभागों के सहयोग से 5100 पौधों का रोपण।
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उर्वरक: जिले में अब तक 18000 मी. टन खाद वितरित, प्रभारी मंत्री ने पर्याप्त स्टॉक बनाए रखने के निर्देश दिए।
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खाद्य प्रोसेसिंग: भूमि आवंटन सरल कर स्थानीय लोगों को अवसर देने की बात।
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तालाब व कार्यों की समीक्षा: तालाबों की सूची व कार्यों की स्थिति उपलब्ध कराने को कहा गया।
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अवैध शराब: पुलिस व आबकारी विभाग को कार्रवाई तेज करने के निर्देश।
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PHE कार्यों पर नाराजगी: कार्यों की गुणवत्ता और समयसीमा में पूर्णता पर बल।