बड़वानी में समय सीमा बैठक में कलेक्टर ने दिए कड़े निर्देश, जनहित के मुद्दों पर खास जोर
छात्रावासों की निगरानी, ई-केवाईसी, आयुष्मान कार्ड और विभागीय शिकायतों के निराकरण पर रहा विशेष जोर

बड़वानी कलेक्टर कार्यालय में हुई समय सीमा बैठक में प्रभारी कलेक्टर काजल जावाल ने जनहित योजनाओं की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश दिए। छात्रावासों की निगरानी, ई-केवाईसी और आयुष्मान कार्ड पर रही मुख्य चर्चा।
बड़वानी । प्रभारी कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ सुश्री काजल जावाल की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्टर कार्यालय बड़वानी के सभागृह में समय सीमा बैठक सह अंर्तविभागीय समन्वय संबंधी बैठक आयोजित की गई।
बैठक में दिये गये निर्देश
– सीएम हेल्प लाईन के संबंध में निर्देशित किया गया कि मांग आधारित शिकायतों को विशेष रूप से जांच के उपरांत ही बंद करवाये क्योकि ऐसी शिकयतों से जिले की रैंकिंग प्रभावित होती है।
– जनसुनवाई में सभी विभागों को शिकायतों के अनुरूप विभागीवार प्रकरणों को निराकृत करने हेतु उपस्थित होने के लिए निर्देशित किया गया।
– ईकेवायसी एवं समग्र आईडी के संबंध में समस्त जनपद पंचायत सीईओ एवं नगरीय निकायों के सीएमओ को निर्देशित किया कि जिन जनपद एवं नगरीय निकायों में कार्य धीमा है, उन्हे साप्ताहिक प्रगति बढ़ाने की आवश्यकता है। सीएससी एवं मोबीलाईजर के माध्यम से करवाये।

– राशन के पात्र हितग्राहियों की ईकेवायसी एवं वेरिफिकेशन के संबंध में जेएसओ को निर्देशित किया कि लंबति प्रकरणों को शीघ्र पूर्ण करवाये। समितियों एवं समहों द्वक्षरा संचालित दुकानों की ईकेवायसी के संबंध में डीएसओ से जाना कि मध्यान्ह भोजन में शतप्रतिशत उठाव क्यो नही हो रहा है। समस्त वेयरहाउस को निर्देशित करे कि समय पर माल का उठाव कर दुकानों को उपलब्ध करे एवं समूह की महिलाओं को भी दुकानों द्वारा सूचित किया जाये ताकि उन्हे बार-बार परेशान न होना पड़े। साथ ही वितरण की पूरी प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने की आवश्यकता है।
– आयुष्मान कार्ड की प्रगति के संबंध में सभी बीएमओ अपने सीएचओ को सक्रिय करे एवं जनपद पंचायत सीईओ के साथ मिलकर अधिक से अधिक कार्ड बनवाये। सीएमओ, ग्राम पंचायत सचिव एवं जीआरएस लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करे।
– सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग से छात्रावासों के निरीक्षण के संबंध में अभी तक अधिकारियों द्वारा किये किये गये निरीक्षण को लेकर निर्देशित किया कि निरीक्षण के उपरांत जमा प्रतिवेदन की समीक्षा करवाये। जो भी मुख्य समस्याएं आ रही है उन्हे सूचीबद्ध करे जिनकी अअलग से समीक्षा कर साथ-साथ कार्यवाही की जावेगी।
– बैठक में उपस्थित अधिकारियों से छात्रावासों एवं आश्रमों के निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों के संबंध में भी चर्चा की गई।
– कलेक्टर ने सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग को निर्देशित किया कि समस्त छात्रावासों एंव आश्रमों में विशेषकर बालिका छात्रावासों में अभिभावकों की सूची फोटोग्राफ्स सहित सत्यापित कर संधारित करवाये। इस सूची के अनुसार पर ही आगंतुको के प्रवेश व बालिकाओं को ले जाने की अनुमति दी जायेगी। डीपीसी को भी जनशिक्षकों के माध्यम से इसकी निगरानी करने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही करीबी अभिभावकों एवं रिश्तेदारों में अधिक से अधिक 5 व्यक्ति को ही सूचीबद्ध किया जाये।
– कलेक्टर ने सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग को निर्देशित किया कि जिस प्रकार प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में बच्चों को निर्धारित मीनू अनुसार भोजन मिलता है, उसकी प्रकार बड़े बच्चों के लिए भी मीनू तैयार किया जाये। जिसमें 3 बार भोजन 1 टाइम नाश्तों को सम्मिलित किया जाये। होस्टलों के रसोईयों की भी टैगिंग रखे। सभी छात्रावासों में तिथि भोज करवाया जाये। जो कि स्थानीय त्यौहार, विशेष दिवस जैसे जन्मदिवस, पुण्यतिथ आदि पर आयोजित किया जाये।
– छात्रावासों में बच्चों के उपयोग के लिए इण्डोर गेम्स, गिजर, टीवी उपलब्ध करवाई जाये। बच्चों को पढ़ाई में कोई समस्या आये तो उसके निराकरण हेतु छात्रावासों में स्कूल के बाद टयूशन का प्रबंधन किया जाये।
– स्वास्थ्य विभाग की टीम को निर्देशित किया जाये कि वे छात्रावासों एवं आश्रमों में शेड्यूल बनाकर अगले 3 दिनों में समस्त एसडीएम को सूचित करे। नियमित रूप से छात्रावासों में चेकअप हेतु जाये। साथ ही दिव्यांग बच्चों को भी चिन्हांकित करे ताकि उन्हे प्रशासन की तरफ से हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
– महिला एवं बाल विकास विभाग में आंगनवाड़ी केन्द्र खुलने व उपस्थिति की समीक्षा करते हुए सीडीपीओ राजपुर एवं बड़वानी से कारण पूछा गया एवं सभी को शतप्रतिशत टीएचआ वितरण करने हेतु निर्देशित किया गया।
– स्वास्थ्य एवं पशुपालन विभाग को एंटी रैबिज वैकसीन के पर्याप्त एवं अग्रिम स्टाक रखने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में अपर कलेक्टर श्री केके मालवीय, डिप्टी कलेक्टर श्री शक्तिसिंग चौहान, तहसीलदार बड़वानी श्री हितेन्द्र भावसार सहित अन्य जिलाधिकारीगण व विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े थे।