भारत और बेलारूस के बीच द्विपक्षीय वार्ता में राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी का प्रभावशाली प्रतिनिधित्व

बड़वानी। रमन बोरखड़े। 151वीं इंटर-पार्लियामेंटरी यूनियन (IPU) असेंबली के अवसर पर भारत और बेलारूस के बीच एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय वार्ता आयोजित की गई। इस वार्ता में भारत का प्रतिनिधित्व भारतीय संसद प्रतिनिधि मंडल ने किया, जिसमें राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी भी शामिल रहे।
भारतीय संसद प्रतिनिधि मंडल में उड़ीसा से लोकसभा सांसद श्रीमती अपराजिता सारंगी, दिल्ली से श्रीमती कमलजीत सेहरावत, बिहार से डॉ. संजय जायसवाल और उड़ीसा से डॉ. सस्मित पात्रा भी सम्मिलित थे।
वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग के गहरे संबंधों पर चर्चा हुई। भारत और बेलारूस के बीच आर्थिक संबंधों को सुदृढ़ करने, सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने और संसदीय सहयोग को नई दिशा देने पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में भारतीय प्रतिनिधि मंडल ने भारत की विदेश नीति और कूटनीतिक दृष्टिकोण को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। चर्चा का माहौल सकारात्मक और रचनात्मक रहा, जिसमें दोनों देशों ने आपसी सहयोग और विश्वास को और मजबूत करने पर सहमति जताई।
इस बैठक के माध्यम से भारत और बेलारूस ने पारस्परिक हितों, लोकतांत्रिक संवाद और सांस्कृतिक जुड़ाव के नए अवसरों की पहचान की। यह वार्ता भारत की “वसुधैव कुटुंबकम्” की भावना को मूर्त रूप देती है, जो विश्व स्तर पर शांति, सहयोग और आपसी सम्मान का संदेश देती है।
राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत की कूटनीति संतुलित, सशक्त और समाधान-केंद्रित रही है, जो भारत को वैश्विक मंच पर एक विश्वसनीय और आदरणीय राष्ट्र के रूप में स्थापित करती है।
यह द्विपक्षीय वार्ता न केवल भारत-बेलारूस संबंधों के लिए, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की बढ़ती भूमिका और आदिवासी समाज के प्रतिनिधित्व के लिए भी एक गौरवपूर्ण क्षण रही।