शराबबंदी से लेकर छात्रवृत्ति तक, बड़वानी जनसुनवाई में उठे कई जनहित मुद्दे, ग्रामीणों ने रखी समस्याएं, कलेक्टर और सीईओ ने दिए तत्काल निराकरण के निर्देश
जनसुनवाई में आम नागरिकों की समस्याओं पर त्वरित कार्यवाही के निर्देश, अधिकारियों को समाधान में देरी न करने के निर्देश

बड़वानी। रमन बोरखड़े। कलेक्टर कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई के दौरान प्रशासन ने आम नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से सुना। जनसुनवाई में कुल 58 आवेदनों पर सुनवाई करते हुए कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ ने संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध निराकरण के निर्देश दिए।
मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय के सभागृह में आयोजित जनसुनवाई में कलेक्टर जयति सिंह और जिला पंचायत सीईओ काजल जावला ने 58 आवेदकों की समस्याओं को व्यक्तिगत रूप से सुना। अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जिन समस्याओं का निराकरण तुरंत संभव है, उन्हें उसी दिन या अगले दिन ही समाधान किया जाए। आवेदन अनावश्यक रूप से लंबित न रखे जाएं।

मोयदा ग्राम में शराबबंदी और छात्रवृत्ति का मुद्दा उठा
जनसुनवाई में ग्राम मोयदा के बालुराम और हिरालाल ने गांव में अवैध शराब बिक्री की शिकायत की, जिस पर कलेक्टर ने जिला आबकारी अधिकारी को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। वहीं, ग्राम पोखलिया निवासी छात्र शांतिलाल पिता नानसिंग भुगवाडे ने आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण पीएटी में छात्रवृत्ति आधारित प्रवेश की मांग की। कलेक्टर ने आवेदन को पीजी कॉलेज बड़वानी के प्राचार्य को भेजकर शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए।
कपिलधारा कूप, आवास और सहायता राशि के आवेदन पर भी कार्रवाई
ग्राम बोरलाय की सारिका पति स्व. महेश भील ने कपिलधारा कूप की राशि के भुगतान में देरी की शिकायत की। जिला पंचायत सीईओ काजल जावला ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। ग्राम मोरानी के रामपुरा फल्या निवासी तेरसिंग डावर ने प्रधानमंत्री आवास की दूसरी किस्त जारी करने और पुत्री नेहा डावर का नाम राशन कार्ड में जोड़ने का आवेदन दिया, जिस पर जनपद पंचायत राजपुर के सीईओ को निर्देशित किया गया। ग्राम कुआ निवासी रुकमणी पति स्व. दौलत उपाध्याय ने अपने पति की मृत्यु के बाद संबल योजना से सहायता राशि न मिलने की शिकायत की, जिस पर कलेक्टर ने जिला श्रम अधिकारी को निर्देश दिए।




