सेंधवा-खेतिया मार्ग की बदहाली पर तीसरी बार सीएम हेल्पलाइन में शिकायत, लोकपथ एप और अधूरी कार्यवाही

सेंधवा। रमन बोरखड़े। लोकनिर्माण विभाग ने खराब सड़कों की जानकारी देने के लिए लोकपथ मोबाइल एप तैयार किया है। इसमें नागरिक गड्ढों की फोटो अपलोड कर सकते हैं और सात दिवस में मरम्मत न होने पर संबंधित इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई तय है। लेकिन सेंधवा-खेतिया अंतरप्रांतीय मार्ग पर तीन माह बाद भी मरम्मत कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है।
यह मार्ग 57 किलोमीटर लंबा है, जो मध्य प्रदेश को महाराष्ट्र और गुजरात से जोड़ता है। सामाजिक कार्यकर्ता और अधिवक्ता बी.एल. जैन ने इस बदहाली को लेकर तीसरी बार सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि सुरक्षित और सुगम सफर के लिए अच्छी सड़क नागरिकों का संवैधानिक अधिकार है। सेंधवा का मौसम पुलिया तिराहा भी जानलेवा गड्ढों के कारण दुर्घटना संभावित क्षेत्र बन चुका है।
शिकायतों पर कार्रवाई का अभाव
बी.एल. जैन ने बताया कि उन्होंने 28 जुलाई और 24 अगस्त को सड़क की बदहाली के फोटो सहित सीएम हेल्पलाइन में शिकायतें दर्ज कराईं। इसके बावजूद कार्यपालन यंत्री, लोकनिर्माण विभाग ने समस्या दूर करने के बजाय भ्रामक जानकारी भेज दी कि शिकायत मांग श्रेणी की है। उन्होंने कहा कि यदि अधिकारी शिकायतों का परीक्षण किए बिना बंद कर देते हैं, तो शासन की सुविधा का औचित्य समाप्त हो जाएगा। जैन ने लिखा कि जून में लोकनिर्माण विभाग ने गड्ढों की मरम्मत हेतु लोकपथ एप शुरू किया था, जिसमें सात दिवस में समाधान का प्रावधान है।
सेंधवा-खेतिया मार्ग की शिकायत तकनीकी कारणों से एप पर दर्ज नहीं हो सकी, इसलिए दो बार सीएम हेल्पलाइन में सप्रमाण शिकायत की गई। लेकिन तीन माह बाद भी मरम्मत कार्य न होने और भ्रामक जानकारी भेजे जाने से नागरिकों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। जैन ने मामले की जांच कर तुरंत मरम्मत कार्य प्रारंभ कराने की मांग की है
