सेंधवा। मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने किया गोई नदी उद्गम स्थल का पूजन, सेंधवा में पंच-सरपंचों से संवाद

सेंधवा। रमन बोरखड़े। मध्यप्रदेश शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा श्रम विभाग के कैबिनेट मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल मंगलवार को बड़वानी जिले के दौरे पर रहे। उन्होंने सबसे पहले सेंधवा विकासखंड के ग्राम धावड़ा में गोई नदी के उद्गम स्थल का पूजन किया और पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
मंत्री पटेल ने कहा कि जहां नदियाँ, वृक्ष और पहाड़ होते हैं, वहां जीवन और ऊर्जा का प्राकृतिक संगम होता है। उन्होंने कहा, “यह दुर्भाग्य है कि हमने पानी को महत्व तो दिया, लेकिन यह नहीं सोचा कि पानी आता कहां से है। अगर छोटी नदियों का उद्गम समाप्त होगा तो बड़ी नदियाँ भी सूख जाएंगी।” मंत्री ने बताया कि अब तक वे 91 नदियों के उद्गम स्थलों का भ्रमण कर चुके हैं, जिनमें अधिकांश क्षेत्र जनजातीय बहुल हैं। उन्होंने गोई जैसी सहायक नदियों के संरक्षण को नर्मदा नदी जैसे प्रमुख जलस्रोतों की स्थायित्व के लिए आवश्यक बताया।
इसके बाद मंत्री पटेल सेंधवा के लायन्स कान्वेंट स्कूल के मीटिंग हॉल में आयोजित पंच-सरपंच संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि पंचायती राज प्रणाली लोकतंत्र की जड़ है, और पंचायतें ही ग्रामीण विकास की असली इकाई हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को ग्राम विकास की रीढ़ बताते हुए कहा कि सड़कें नागरिकों को संसाधनों से जोड़ती हैं।
मंत्री पटेल ने घोषणा की कि अब नए पंचायत भवन तीन मंजिला बनाए जाएंगे और इनका निर्माण ग्राम पंचायतों द्वारा ही किया जाएगा। हर पंचायत के हैंडपंप का ऑडिट किया जा रहा है। जहां हैंडपंप सूख चुके हैं, वहां रिचार्ज पिट बनाए जाएंगे ताकि वर्षाजल संरक्षित हो सके।
उन्होंने महिलाओं के लिए “बगिया माँ के नाम” योजना की घोषणा की, जो मनरेगा के तहत संचालित होगी। इसके अंतर्गत 30 हजार स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की निजी भूमि पर 30 लाख फलदार पौधे लगाए जाएंगे। उन्हें पौधे, खाद, टंकी, बाड़ और प्रशिक्षण भी मिलेगा।
इस अवसर पर लोकसभा सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल, पानसेमल विधायक श्याम बर्डे, जिला पंचायत अध्यक्ष बलवंत सिंह पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष अजय यादव, भाजपा उपाध्यक्ष विकास आर्य, जिला पंचायत सीईओ काजल जावला, नगर पालिका अध्यक्ष बसंतीबाई यादव, जनपद अध्यक्ष लता पटेल, और एसडीएम आशीष सहित अनेक जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।