
सेंधवा। राज्य बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष श्री द्रविंद्र मोरे रविवार को एक निजी कार्यक्रम में सेंधवा शहर पधारे। जहां रेस्ट हाउस पर उनका मराठा सेवा संघ के मध्य प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज मराठे, सेंधवा ब्लॉक शिक्षा अधिकारी श्री लोकेंद्र सोहनी व निवाली ब्लॉक शिक्षा अधिकारी श्री पीसी शर्मा और महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा पुष्प माला से स्वागत किया गया। इस अवसर पर श्री मोरे से श्री मराठे की विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। इस अवसर पर श्री मोरे ने एक पौधा मां के नाम कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुये कहा कि जिस तरह इंदौर में सुरक्षित स्थान का चयन करके हजारों पौधे लगाने के लिये सुरक्षा, बाउंड्री वॉल और जल की व्यवस्था वाले स्थानों का चयन कर वृक्षा रोपण हो रहा है, वह काबिले तारीफ है। उसी तर्ज पर हमें भी पौधे सुरक्षित स्थानों जैसे विद्यालयों, होस्टलो एवं कार्यालयों के परिसरो में लगाने चाहिए।
आपने बताया की हमने हमारे क्षेत्र में साउथ से बड़े-बड़े 5 से 8 फीट के त्रिवेणी के पौधे बुलवाए थे। जिन्होंने मात्र एक वर्ष में बड़े पेड़ का स्वरूप ले लिया है। इस तरह से आप भी अपने इलाकों में सुरक्षित स्थानों पर बड़े-बड़े पौधे लगाए, ताकि वह एक ही वर्ष में पेड़ का रूप धारण कर लें जिससे हमारे क्षेत्र का पर्यावरण सुधरेगा और हरियाली बढ़ेगी।
आपने श्री मराठे से चर्चा में कहा कि नेशनल मूवमेंट पर्यावरण प्रतियोगिता शासन द्वारा आयोजित की जा रही है। जिसमें आप अपने जिले के विद्यार्थियों को शामिल करवायें। कक्षा दूसरी से 12वीं तक छात्र को ऑनलाइन अपना रजिस्ट्रेशन अधिक से अधिक करवाए, ताकि छात्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूगता लानेे के लिए प्रचार प्रसार कीजिए। इसमें अधिक से अधिक विद्यार्थियों को पर्यावरण जागरूकता के लिए सहभागी करवाइए। आपने इस अवसर पर उपस्थित बीईओ सोहनी और शर्मा को निर्देश दिए की 1 जुलाई से 21 अगस्त तक कक्षा 2 से 12वीं तक छात्राओं का पंजीयन होगा। 30 अगस्त को परीक्षा और उसका रिजल्ट आएगा। इसमें छात्रों को पर्यावरण संबंधित जानकारी प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना, पर्यावरण का संरक्षण करना, पेड़ पौधों की कटाई रोकना आदि विषय पर विशेष बल दिया जाएगा।

अजजा आयोग अध्यक्ष से मिले-
राज्य बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष श्री द्रविंद्र मोरे ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य के निवास पर जाकर उनसे सौजन्य भेंट की। उन्होंने श्री आर्य से निवेदन किया कि आप पूरे प्रदेश में एक नामांकन अर्थात प्रोफाइल छात्रों की जो पंजीयन होती है। उसमें प्रदेश स्तर पर छात्र का एक ही नामांकन नंबर हो जिससे वह पूरा प्रदेश में या अन्य में अन्य राज्य में मजदूरी करने गए माता-पिता के साथ दूसरे स्थान पर जाते है उसी कक्षा में अध्ययन कर सके। इस नामांकन पर वापस आकर अपने विद्यालय में परीक्षा दे सके। साथ ही अपने आरटीई के तहत पहली से आठवीं की तरह 12वीं तक छात्र-छात्राओं को शिक्षा की सुविधा देने की मांग की साथी मानसिक विकलांग बालक बालिकाओं के लिए विशेष शिक्षा व्यवस्था की मांग आपने मुलाकात पर चर्चा में की जिस पर आर्य जी ने कहा कि मैं सभी विषय पर संबंधित विभागों से चर्चा करूंगा आप अपने कार्यक्रम के बाद सेंधवा से महेश्वर के लिए प्रस्थान कर गए।
