बड़वानी कलेक्टर ने रायल्टी की राशि जमा नही करवाने वाले 20 अधिकारियों को जारी किया कारण बताओं सूचना पत्र

बड़वानी
कलेक्टर श्री शिवराजसिंह वर्मा ने शासकीय निर्माण कार्याे में उपयोगित खनिज की मात्रा अनुसार रायल्टी राशि की जानकारी प्रदाय नही करने वाले 20 अधिकारियों को कारण बताओं सूचना पत्र जारी किया है। सूचना पत्र में तीन दिवस में रायल्टी की राशि जमा करवाने एवं उसकी जानकारी प्रारूप में प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिये है। संतुष्टिपूर्वक जवाब नही मिलने पर संबंधित अधिकारी के विरूद्ध एक पक्षीय कार्यवाही की जायेगी जिसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे।
इन अधिकारियों को जारी किया गया कारण बताओ सूचना पत्र
जिला खनिज अधिकारी श्री घनश्याम धनगर से प्राप्त जानकारी अनुसार विद्युत विभाग के अधीक्षण यंत्री श्री एसके सूर्यवंशी, पीडब्ल्यू के कार्यपालन यंत्री श्री केएल प्रजापति, जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री व्हीके मण्डलोई, पीएचई के कार्यपालन यंत्री श्री आरके नवीन, आरईएस के कार्यपालन यंत्री श्री राहुल पाटीदार, एनवीडीए के कार्यपालन यंत्री श्री एसएस चौंगड़, पीएचई के कार्यपालन यंत्री श्री जीपी उपाध्याय, ई/एम/एनवीडीए के कार्यपालन यंत्री श्री प्रशांत नीखरा, आईएसपी के कार्यपालन यंत्री श्री टीआर पचोरे, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग श्री निलेश रघुवंशी, सीएमएचओ डॉ. अनिता सिंगारे, सिविल सर्जन डॉ. मनोज खन्ना, ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के महाप्रबंधक श्री नीरज वर्मा, मुख्य नगर पालिका अधिकारी बड़वानी श्री केएस डोडवे, मध्यप्रदेश सड़क विकास के प्रबंधक श्री कमलेश गोले, पीआईयू के डीपीई श्रीमती आरती यादव, गृह निर्माण मण्डल के सहायक यंत्री श्रीमती श्वेता अचाले, मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी के कार्यपालन यंत्री श्री एसएस वर्मा, इंदिरा सागर परियोजना नहर के कार्यपालन यंत्री श्री सीबी टटवाल, लोअर गोई बंाध एवं नहर के कार्यपालन यंत्री श्री जगदीश तोमर को कारण बताओं सूचना पत्र जारी किया गया है।
उन्होने बताया कि खनिज मद में सम्बंधित ठेकेदार से रॉयल्टी राशि जमा करवाने हेतु निर्माण विभागे के अधिकारियों को पूर्व में भी निर्देश दिये गये थे। निर्देश देने के बावजूद भी अधिकारियों द्वारा रॉयल्टी जमा करवाने में कोई रुचि नही ली गई। जिससे प्रतित होता है कि अधिकारी द्वारा सम्बंधित ठेकेदार से शासन को रॉयल्टी जमा करवाने में कोई रुचि न होकर प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से ठेकेदार को लाभ पहुँचाने की मंशा है तथा अधिकारी द्वारा शासन को वित्तीय नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इसके कारण कलेक्टर श्री वर्मा ने कारण बताओं सूचना पत्र जारी किया है।