
-महाराष्ट्र वन विभाग से मिली सूचना के बाद सेंधवा वन विभाग की धवली क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई।
सेंधवा।
सेंधवा मंडल के द्वारा वन परीक्षेत्र धवली के धामन्या गांव में बड़ी कार्यवाही करते हुए अवैध सागौन की लकड़ी और दो कटर मशीन जब्त की है। कार्रवाई में सेंधवा वन मंडल, महाराष्ट्र की यावल वन मंडल और वरला पुलिस की संयुक्त टीम शामिल थी। डीएफओ अनुपम शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि महाराष्ट्र वन विभाग से मिली सूचना थी कि महाराष्ट्र से लकड़ी की कटाई कर धवली क्षेत्र में अवैध आरा मशीन और लकड़ियों का संग्रहण हो रहा है। सूचना पर एसडीओ बलवाड़ी सुरेश कुमार अहिरवार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था। टीम के द्वारा धवली वन परिक्षेत्र के अंतर्गत धामन्या गांव के विनोद पिता डोंगरसिंह, राजू पिता दरबार, और टोनीराम पिता सुमला एवं सायसिंग पठान के घर जाकर तलाशी ली। यहां वन विभाग को बड़ी मात्रा में सागौन लकड़ी की सिल्लियां, दो कटर मशीन, चिरान तथा एक बना हुआ फर्नीचर मिला।
जब तक की गई सामग्री को वन कर्मियों को सेंधवा वन मंडल के डिपो में लाने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ी। वन विभाग के द्वारा जप्त की गई सामग्री का मूल्य लाखों रुपए है। आरोपियों के विरुद्ध भारतीय वन अधिनियम एवं काष्ठ चिरान अधिनियम की विभिन्न धाराओं में वन अपराध पंजीबद्ध किया गया। कार्रवाई में सुरेश कुमार,सेंधवा रेंजर तरुणेंद्र सिंह,धवली रेंजर हेमंत प्रजापति,वरला रेंजर रजनेश त्रिपाठी, वनपाल अर्जुनसिंह, शांतिलाल, जितेन्द्र, पूनम सिंह, वनरक्षक सहित महाराष्ट्र के चोपड़ा सहायक वन संरक्षक प्रथमेश हड़पे के नेतृत्व में धवली आई यावल वनमण्डल, महाराष्ट्र वन विभाग की मोबाइल स्क्वॉड व वैजापुर परिक्षेत्र वन अमले की टीम और वरला पुलिस थाने के एएसआई रवींद्र ठाकुर, आरक्षक प्यारसिंह चौहान का सराहनीय योगदान रहा। डीएफओ शर्मा ने बताया कि वन विभाग के द्वारा मुख्य वन संरक्षक खंडवा वन वृत्त आरपी राय की वन अपराध के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस नीति के अंतर्गत लगातार कार्रवाई जारी रहेगी।
चाचरिया में भी हुई थी कार्रवाई-
इसके पूर्व भी वन विभाग ने चाचरिया में बड़ी कार्यवाही करते हुए करीब 33 घन मीटर अवैध सागौन की लकड़ी और आरा मशीन जब्त की थी। वहीं निवाली में बिना वैध लाइसेंस के फर्नीचर दुकान संचालन पर कार्रवाई हुई थी। कुछ दिन पूर्व वन विभाग की टीम पर धवली क्षेत्र में तस्करों ने हमला भी किया था।