
ब्राह्मण समाज मिलकर ग्यारह हजार पौधे श्री परशुराम वन लगाएंगे।
— श्री परशुराम वन में ग्यारह हजार पौधे लगाएंगे ब्राह्मण समाज – वियवर्गीय ,मंत्री
— शहर में श्री परशुराम वन बनेगा – पुष्य मित्र भार्गव
इंदौर। इस वर्ष शहर में ५१लाख पौधे लगाने की तैयारियां जोर शोर चल रही है। दो लाख गड्डे प्रतिदिन खोदे जा रहे है।
५१लाख पौधे लगाने के लिए हर समाज जनों की मीटिंग हो रही हैं।नरसिंह वाटिका में ब्राह्मण समाज को समोधित करते हुए प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि सभी ब्राह्मण समाज मिलकर ग्यारह हजार पौधे श्री परशुराम वन लगाएंगे। आपको पोधों की बच्चों के समान देखभाल करना होगी।वन में एक नर्सरी भी होगी, अगर कोई पौधा मुरझा जाते हैं तो उन्हें निकाल कर नया पौधा लगाना होगा।हरे भरे हमें आक्सीजन देते हैं ओर हमारे द्वारा छोड़ी गई कार्बन डाइऑक्साइड को ग्रहण कर लेते है। पेड़ काटना ब्राह्मण हत्या के समान हैं। पेड़ अब शहर में पेड़ नहीं काटे जाएंगे, इन्हें विशेष मशीन द्वारा अन्यत्र स्थान पर शिफ्ट होंगे।
महापौर पुष्य मित्र भार्गव ने घोषणा करते हुए कहा कि शहर में शीघ्र ही भगवान श्री परशुराम के नाम से वन बनायेगे। शहर में प्रतिदिन दो गड्डे खोदे जा रहें। इस वर्ष 51लाख गड्ढे खोदने का लक्ष्य रखा गया है।
राष्ट्र कवि सत्यनारायान सत्तन ने कहा कि पेड़ लगाना मानव जीवन के लिए बहु उपयोगी हैं। रोड़ मेट्रो बनाने के लिए पेड़ों की कटाई नहीं करना चाहिए।
आज रात्रि में आद्य गौड़ ब्राह्मण समाज सेवा न्यास के तत्वाधान में एयरपोर्ट रोड़ स्थित नरसिंह वाटिका में वृहद मीटिंग संपन्न हुई।
न्यास के प. दिनेश शर्मा, सुरेश शर्मा काका एवम राजेंद्र शर्मा ने बताया कि ब्राह्मण समाज के सभी संघटनो के पदाधिकारियों ने भाग लिया। उपस्थित ब्राह्मण समाज ने नवनिर्मित श्री परशुराम वन में ग्यारह हजार से अधिक पौधे लगाने का संकल्प लिया। ब्राह्मण समाज के संगठनों तैयारियां जोरों शोर से प्रारंभ कर दी है।
मीटिंग में पूर्व मंत्री योगेंद्र महंत, विधान सभा दो के विधायक रमेश मेंदोला, आचार्य रामचंद्र शर्मा वैदिक, योगेश मिश्रा, विनायक पांडेय एवम सदिंप जोशी ने मीटिंग को समोधित किया।
प्रारंभ में अतिथियों ने भगवान श्री परशुराम की मूर्ति का पूजन अर्चन किया
अथिति स्वागत अखिलेश शर्मा, राजकिशोर शर्मा, राजेंद्र शर्मा अजय व्यास, विनय शर्मा, स्वागत शर्मा एवम महेश शर्मा ने किया
मंच संचालन डा लोकेश जोशी ने किया।
आभार महेश शर्मा ने माना।