स्कूल में बच्चो के प्रवेश के समय दस्तावेज पूर्ण करने के लिये पालको को दिया जाये समय- कलेक्टर

बड़वानी ब्यूरो।
नवीन शिक्षा सत्र की शुरूआत के साथ ही पालक बच्चो के प्रवेश के लिये शाला में आ रहे है। परन्तु प्रवेश हेतु आवश्यक दस्तावेज पूर्ण नहीं होने से स्कूल द्वारा उन्हें दस्तावेज पूर्ण होने पर ही प्रवेश की बात कही जा रही है। जिसके कारण पालको को दस्तावेजो को पूर्ण कराने के लिये यहॉ-वहॉ भटकना पड़ रहा है। पालको को बच्चों के दस्तावेज पूर्ण करने के लिये समय दिया जाये, जिससे वे निर्धारित समय पर उक्त दस्तावेज संस्था में जमा करा सके ।
कलेक्टर श्री शिवराजसिंह वर्मा ने उक्त बाते सोमवार को आयोजित समय सीमा बैठक के दौरान कही । इस दौरान उन्होने जिला शिक्षा अधिकारी श्री संजयसिंह तोमर को निर्देशित किया कि वे स्कूलो में प्रवेश के समय पालको को दस्तावेज पूर्ण करने हेतु समय सीमा देवे । साथ ही स्कूलो में ही अभियान चलाकर बच्चो के आय, जाति एवं निवासी प्रमाण पत्र बनवाये । साथ ही शालाओं को उपलब्ध आधार कार्ड के किट से बच्चो के नवीन आधार कार्ड एवं बायो मेट्रिक अपडेशन करवाया जाये ।
दुकानो से जप्त की जाये सिंगल यूज प्लास्टिक
समय सीमा बैठक के दौरान कलेक्टर ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी नगर निकायो के सीएमओ एवं जनपदो के सीईओ को निर्देशित किया कि जिले में 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध है। इसका हाट-बाजारो में प्रचार-प्रसार किया जाये । साथ ही जिन दुकानो पर अमानक स्तर की पोलिथीन पाई जाये, उसे जप्त कर नियमानुसार अर्थदण्ड की कार्यवाही की जाये । इसके लिये डमी ग्राहक बनाकर भी भेजा जाये, जिससे दुकानदार इन पन्नियो को छिपाने न पाये ।
आयुष्मान कार्ड से प्रायवेट अस्पताल करें इलाज
समय सीमा बैठक के दौरान कलेक्टर श्री वर्मा ने बताया कि उनके संज्ञान में आया है कि प्रायवेट अस्पताल संचालक पहले मरीज को भर्ती कर लेते है कि आपका इलाज आयुष्मान योजना में हो जायेगा । परन्तु बाद में मरीज के परिजनो को अस्पताल बिल यह कहकर देते है कि आपकी बीमारी का इलाज आयुष्मान योजना में नहीं हो सकता है। ऐसा करने वाले प्रायवेट अस्पताल संचालको के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी । साथ ही उन्होने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनिता सिंगारे को निर्देशित किया कि वे सभी प्रायवेट अस्पतालों को पत्र भेजकर उल्लेखित करें कि वे अपने अस्पताल में यह सूची चस्पा करें कि आयुष्मान योजना के तहत किन बीमारियो का इलाज उनके अस्पताल में किया जायेगा । जिससे मरीज व उनके परिजन अनावश्यक रूप से परेशान न हो ।