लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की १५० वीं जयंती के अंतर्गत भारत एकता यात्रा २६ नवंबर को निकलेगी
सरदार @ 150 युनिटी मार्च-मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी सम्मिलित होगे

लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की १५० वीं जयंती के अंतर्गत भारत एकता यात्रा २६ नवंबर को निकलेगी
सरदार @ 150 युनिटी मार्च-मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी सम्मिलित होगे
यात्रा में एक भारत – श्रेष्ठ भारत की झलक दिखेगी युनिटी मार्च में स्कूल, कॉलेज, सामाजिक, व्यापारिक, खेल, सांस्कृतिक, धार्मिक संस्थाएं, एनजीओ, एनसीसी, स्काऊट शामिल होंगे
इंदौर ।भारतीय जनता पार्टी नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा, सरदार@150 युनिटी मार्च के प्रदेश संयोजक एवं पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती ने नगर संयोजक हरप्रीतसिंह बक्शी, मीडिया प्रभारी वरुण पाल, सहमीडिया प्रभारी नितिन शर्मा, रितेश शर्मा, कार्यालय मंत्री विशाल यादव, भाजयुमो प्रदेश मंत्री शुभेन्द्र गौड, धीरज ठाकुर, निक्की राय की उपस्थिति में संयुक्त पत्रकार वार्ता में बताया कि भारत की एकता एवं अखंड़ता के सूत्रधार लौहपुरूष वल्लभभाई पटेल की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में सरदार@150 युनिटी मार्च निकाली जा रही है, जिसके अंतर्गत देश में ४ यात्राएं निकाली जा रही है। जिसमें नागपुर से निकलने वाली यात्रा २५ नवम्बर को इंदौर पहुंचेंगी। रात्रि विश्राम इंदौर में करने के पश्चात २६ नवम्बर को छोटी ग्वालटोली स्थित सरदार पटेल प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात यात्रा इंदौर में भ्रमण करेगी। यात्रा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
नेताओं ने बताया कि सरदार पटेलजी को लौह पुरुष कहा जाता है। उनका अडिग विश्वास था “भारत एक है, भारत अखंड है, और भारत सदा-सर्वदा अखंड रहेगा।” साथियों, यह वही विश्वास है जिसे आज विकसित भारत २०४७ के संकल्प के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे बढ़ा रहे हैं। इस राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में एकता, देशभक्ति और कर्तव्य भावना को जागृत करना है। सरदार पटेल ने जिस तरह बिखरे हुए भारत को एक भारत बनाया, उसी भावना को यह पदयात्रा आगे बढ़ाएगी। इस अभियान के जरिए युवाओं को एक भारत और आत्मनिर्भर भारत के आदर्श अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
देशभर से ४ यात्राएं निकाली जा रही है, जिन्हें गंगा प्रवाह (दिल्ली से प्रारंभ), युमना प्रवाह (जयपुर से प्रारंभ), नर्मदा प्रवाह (नागपुर से प्रारंभ), गोदावरी प्रवाह (मुंबई से प्रारंभ) होगी ये प्रवाह अलग-अलग राज्यों से होकर गुजरेंगे और अंत में सभी आनंद गुजरात में मिलेंगे। नर्मदा प्रवाह (नागपुर) से ४०० पद यात्री हरदा व नेमावर होते हुए २५ नवम्बर को इंदौर पहुंचेंगे।
नेताओं ने बताया कि २६ नवंबर को सुबह ६ बजे छोटी ग्वालटोली स्थित सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात यात्रा प्रारंभ होगी। जो पूर्व मंडल अध्यक्ष गंगाराम यादव की दुकान छोटी ग्वालटोली से जनता होटल होते हुए दवा बाजार से अग्रसेन चौराहा प्रतिमा होते हुए टावर चौराहा पहुंचेगी। माल्यार्पण के पश्चात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करेंगे। छात्रों से संवाद व सफाई मित्रों का सम्मान भी करेंगे, तत्पश्चात छोटी ग्वालटोली से यात्रा जनता होटल पहुंचेगी, जहां देपालपुर के कार्यकर्ता यात्रा का स्वागत करेंगे। जनता होटल से दवा बाजार तक सांवेर विधानसभा, दवा बाजार से मुराई मोहल्ला २ नंबर स्कूल तक विधानसभा क्षेत्र क्रमांक १, मुराई मोहल्ला स्कूल से छावनी जलेबी दुकान तक विधानसभा क्षेत्र क्रमांक ३, छावनी जलेबी दुकान से शंकर बाग तक क्षेत्र क्रमांक ५, शंकर बाग से मोरनी साड़ी तक विधानसभा क्षेत्र राऊ, मोरनी साड़ी से विक्रम टावर तक विधानसभा क्षेत्र क्रमांक २ और विक्रम टावर से टावर चौराहे पर समापन होगा, यहां विधानसभा क्षेत्र क्रमांक ४ के कार्यकर्ता मंच लगाकर स्वागत करेंगे।
मार्च के माध्यम से सरदार पटेलजी के कार्यों व विचारों का संदेश पहुंचाया जाएगा। जिन मार्गों से मार्च निकलेगा, वहां के रहवासियों, व्यापारियों द्वारा सड़कों पर रंगोली बनाकर, दीप जलाकर, वंदनवार सजाकर, पुष्पों से, रंग बिरंगे फीतों की कतरनों से जगह जगह मंच लगाकर पदयात्रियों का स्वागत किया जाएगा। युवा मोर्चा हजारों कार्यकर्ता दुपहिया वाहनों पर सवार होकर यात्रा की अगवाई करते हुए चलेंगे।
एक भारत श्रेष्ठ भारत के होंगे दर्शन
यह राष्ट्र की चेतना को जगाने वाला अभियान है। इस अभियान के माध्यम से हम सभी के लिए एक बहुत बड़ा अवसर है, सरदार पटेल के पुरुषार्थ को नमन करने का, जिन्होंने बिखरे हुए भारत को एक सूत्र में पिरोकर अखंड भारत का स्वरूप दिया। यह मार्च जन-जागरण का महायज्ञ है और जैसे सरदार पटेल ने रियासतों को जोड़कर एक भारत का निर्माण किया था, वैसे ही ये पदयात्रा लोगों के दिलों को जोड़ने का काम करेंगी। जब मार्च में भिन्न भिन्न समाजों, धर्मों अलग अलग क्षेत्रों के नागरिक अपनी अपनी पारंपरिक वेशभुषा में एकत्रित होकर साथ चलेंगे तो विभिन्न संस्कृतियों के दर्शन एक साथ होगें, सरदार पटेल के सपनों के एक भारत श्रेष्ठ भारत की झलक दिखलाई पड़ेगी।
जगह जगह होगा मार्च का स्वागत

यात्रा में महापुरूषों की वेशभूषा में बालक-बालिकाएं अश्वों पर सवार होकर चलेंगे, व्यापारी अपने-अपने प्रतिष्ठानों से यात्रा का स्वागत करेंगे, यात्रा का सैकडों मंचो से स्वागत किया जायेगा। युवाओं को “वोकल फॉर लोकल” और “आत्मनिर्भर भारत” का संकल्प भी दिलाया जाएगा। सरदार पटेल का सपना था, कि भारत की आने वाली पीढ़ियां एकता और अखंडता के साथ आत्मनिर्भर और विकसित भारत में जन्म लें। यह हमारा कर्तव्य है, कि हम अखंड भारत के उस स्वप्न को आत्मनिर्भर और विकसित भारत के रूप में साकार करें।



