इंदौर में मेट्रो प्लान जस का तस रहेगा, कैलाश विजयवर्गीय ने दी आश्वस्ति,
इंदौर मेट्रो अंडरग्राउंड ही चलेगी, किसी मकान-दुकान को नुकसान नहीं होगा: कैलाश विजयवर्गीय
हाईलेवल बैठक में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, और एसीएस संजय दुबे ने शहर के विकास कार्यों की समीक्षा की। मेट्रो रूट अंडरग्राउंड ही रहेगा और नागरिक सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।इंदौर में हुई हाईलेवल बैठक में निर्णय लिया गया कि शहर का मेट्रो रूट पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार अंडरग्राउंड ही रहेगा। नागरिक सुविधाओं, विकास कार्यों की गुणवत्ता और शहर की सुंदरता को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्णय सर्वानुमति से हुआ।
इंदौर मेट्रो योजना जस की तस रहेगी
नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर मेट्रो के मूल प्लान में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि एमजी रोड पर मेट्रो अंडरग्राउंड ही चलेगी। मल्हारगंज स्टेशन भी बनेगा, लेकिन किसी भी मकान या दुकान को नुकसान नहीं पहुंचेगा। दिल्ली के चांदनी चौक की तरह यहां भी मशीनों के माध्यम से खुदाई का कार्य किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों से बैठक लेकर उन्हें परियोजना की जानकारी दी जाएगी ताकि किसी प्रकार की भ्रांति न रहे। मिट्टी परीक्षण के दौरान हुए विरोध पर कहा कि नागरिकों को सही जानकारी न होने से भ्रम हुआ, लेकिन अब सभी को समझाया जाएगा कि शहर के विकास के लिए मेट्रो कार्य आवश्यक है।
शहर की सुंदरता और सुविधा को प्राथमिकता
सिटी बस कार्यालय सभागार में हुई बैठक में कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव और विभाग के एसीएस संजय दुबे मौजूद रहे। बैठक में कहा गया कि खजराना, पलासिया और बड़ा गणपति तक मेट्रो पूरी तरह अंडरग्राउंड रहेगी। मंत्री ने स्वीकार किया कि पिछले कुछ निर्माण कार्यों में गलतियां हुई हैं, जैसे विजय नगर और रेडिसन चौराहा की खराब योजना। उन्होंने कहा कि भविष्य में शहर की सुंदरता और नागरिक सुविधा दोनों का ध्यान रखा जाएगा।
विजयवर्गीय ने बताया कि वरिष्ठ नेता सुमित्रा महाजन, सत्यनारायण सत्तन और अन्य पदाधिकारियों से चर्चा के बाद सर्वानुमति से यह निर्णय लिया गया है। आवश्यक हुआ तो निर्णय को कैबिनेट में भी प्रस्तुत किया जाएगा।

काम की गुणवत्ता पर नाराजगी, सुधार के निर्देश
मंत्री ने कहा कि नगर निगम की कई छोटी समस्याओं का तत्काल निराकरण किया गया है। नगर निगम की आय बढ़ाने और खर्चों में कमी लाने पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि अमृत योजना और स्मार्ट सिटी योजना से कई कार्य हुए हैं, लेकिन गुणवत्ता में कमी रही। इंजीनियरों को चेतावनी दी गई कि भविष्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शहर का विकास मेट्रो बजट से अधिक अहम
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मेट्रो के बजट से अधिक शहर का विकास, नागरिक सुविधाएं और उसकी सुंदरता महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि सयाजी होटल के सामने की खूबसूरत सड़क अब बड़े पिलर्स से भर गई है, जिससे शहर की सुंदरता प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट लेट हो जाए तो भी कोई आपत्ति नहीं, लेकिन शहर के साथ न्याय होना चाहिए।
इंदौर को मिलेगी नई उपलब्धि
बैठक में नर्मदा परियोजना के चौथे चरण की योजना पर भी चर्चा हुई, जो वर्ष 2040 तक की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाई जा रही है। इस योजना को महापौर पुष्यमित्र भार्गव की उपलब्धि बताया गया। मंत्री ने कहा कि इंदौर नगर निगम आत्मनिर्भर है और बिना राज्य अनुदान के बड़े प्रोजेक्ट संचालित कर रहा है। नए नवाचारों से खर्च में कमी आई है और विकास के प्रयास जारी हैं।




