लोक निर्माण विभाग के दावे फेल, सेंधवा-खेतिया हाईवे की मरम्मत अधूरी, अधिवक्ता बी.एल. जैन ने शासन को भेजा पत्र
राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को भेजे पत्र में बी.एल. जैन ने उठाए सवाल — गड्ढे भरने की घोषणाओं के बावजूद सड़क की हालत जस की तस

मध्यप्रदेश शासन की घोषणाओं और लोक निर्माण विभाग की कार्ययोजना के बावजूद सेंधवा-खेतिया मार्ग पर गड्ढे जस के तस हैं। अधिवक्ता बी.एल. जैन ने इस स्थिति पर राज्यपाल से लेकर मुख्यमंत्री तक को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है।
सेंधवा। मध्यप्रदेश शासन ने 15 अक्टूबर तक प्रदेश की सभी टूटी सड़कों के गड्ढे भरने की योजना बनाई थी और लोकपथ मोबाइल ऐप के माध्यम से सात दिन में सुधार का दावा किया गया था। लेकिन सेंधवा-खेतिया मार्ग पर अब भी गड्ढों की भरमार है। अधिवक्ता बी.एल. जैन ने बताया कि यह मार्ग अंतरप्रांतीय राष्ट्रीय राजमार्ग है और करीब 57 किमी लंबे इस मार्ग से रोज सैकड़ों वाहन गुजरते हैं, फिर भी चार माह से सड़क खराब बनी हुई है।
शिकायतें दर्ज, कार्रवाई नदारद
बी.एल. जैन ने इस संबंध में चार बार सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की, लेकिन कार्यपालन यंत्री, लोक निर्माण विभाग, सेंधवा ने शिकायत को “मांग/सुझाव” श्रेणी बताकर नस्तीबद्ध कर दिया। उन्होंने बताया कि हर शिकायत के साथ सड़क की तस्वीरें भेजी गईं, फिर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। 15 अक्टूबर को एसडीओ अविनाष सोनी ने मोबाइल पर सूचना दी कि मरम्मत कार्य शुरू हो गया है, पर वास्तव में कार्य अधूरा और घटिया निकला।

मुख्यमंत्री की नाराजगी और कार्रवाई की मांग
जैन ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि मुख्यमंत्री ने हाल ही में समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम में अधिकारियों की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए कई कर्मचारियों पर कार्रवाई की थी। उन्होंने सवाल उठाया कि सेंधवा-खेतिया मार्ग पर भी जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही क्यों नहीं हो रही। उन्होंने शासन से मांग की कि सड़क का गुणवत्तापूर्ण मरम्मत कार्य एक पखवाड़े में पूरा कराया जाए, ताकि यात्री और वाहन चालक राहत पा सकें

 
				 
					
 
						


