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सेंधवा: वीर बलिदानी खाज्या नायक कॉलेज में युवा उत्सव के मंचीय कार्यक्रम संपन्न, विद्यार्थियों ने दिखाई प्रतिभा

वीर बलिदानी खाज्या नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेंधवा में युवा उत्सव के मंचीय कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने भाषण, वाद-विवाद, गायन, नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियों से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

सेंधवा ; वीर बलिदानी खाज्या नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेंधवा में बुधवार को महाविद्यालयीन युवा उत्सव के अंतर्गत मंचीय प्रतियोगिताएं संपन्न हुईं। विद्यार्थियों ने भाषण, वाद-विवाद, गायन, नृत्य और नाट्य विधाओं में भाग लेकर सामाजिक मुद्दों और समसामयिक विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए।

खुशहाल समाज विषय पर विद्यार्थियों ने रखे विचार

सेंधवा के वीर बलिदानी खाज्या नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में युवा उत्सव के तहत आयोजित मंचीय कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य डॉ जी.एस. वास्कले द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर पूजन के साथ किया गया। “खुशहाल समाज की स्थापना हमारे सपनों का भारत” विषय पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने कहा कि खुशहाल समाज के लिए नफरत को भुलाकर अपनत्व का भाव बढ़ाना होगा। “हम बदलेंगे” के भाव से “मैं बदलूंगा” का संकल्प लेना होगा। उन्होंने कहा कि गरीब और कमजोर वर्ग को सशक्त बनाना, तथा प्रकृति संगत विकास को अपनाना ही खुशहाली का आधार है।

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एआई पर गरमा गई बहस — पक्ष और विपक्ष के तर्क

वाद-विवाद प्रतियोगिता में विषय था — “कृत्रिम बुद्धिमत्ता मानव रोजगार के लिए खतरा है।” विपक्ष पक्ष के विद्यार्थियों ने कहा कि एआई के साथ ही भारत की प्रतिस्पर्धात्मक उन्नति संभव है। जब कम्प्यूटर आया था, तब भी रोजगार छिनने की बात कही गई थी, पर हुआ उलटा — नए अवसर पैदा हुए।
वहीं पक्ष के विद्यार्थियों ने तर्क दिया कि बिना युद्ध या महामारी के भी एआई चुपचाप नौकरियां समाप्त कर रहा है। 140 करोड़ आबादी वाले देश में जब अधिकतर कार्य एआई आधारित हो जाएंगे, तो आम नागरिक को रोजगार से वंचित होना पड़ेगा।

मंचीय कार्यक्रम में दिखी रचनात्मकता

कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने गायन, वादन, नृत्य, माइम, ड्रामा और हास्यनाटिका की प्रस्तुतियां दीं। इन प्रतियोगिताओं का संचालन प्रो दीपक मरमट, डॉ सायसिंह अवास्या, प्रो तपन चौबे, डॉ मनोज तारे, प्रो शिव बार्चे, डॉ राहुल सूर्यवंशी और प्रो जितेन्द्र सूर्यवंशी द्वारा किया गया।
निर्णायक मंडल में डॉ एम.एल. अवाया, डॉ संतोषी अलावा, डॉ दिनेश कनाडे, डॉ संतरा चौहान, डॉ विक्रम जाधव, डॉ महेश बाविस्कर, प्रो संजय चौहान, प्रो राजेश नावडे, डॉ वैशाली मोरे और प्रो रीतु चौहान शामिल रहे।
युवा उत्सव समिति के प्रो अरुण सेनानी, डॉ जितेश्वर खरते और प्रो मीतु मोतीयानी ने बताया कि विजेता प्रतिभागी आगामी जिला स्तरीय प्रतियोगिता में महाविद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगे।

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