मुख्य खबरेसेंधवा

सेंधवा में धर्मांतरण विवाद ने पकड़ा तूल, भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने, कथित धर्मांतरण को लेकर थाने में हंगामा, आवेदन और आरोपों की बौछार

कथित धर्मांतरण प्रकरण ने सेंधवा की राजनीति को गरमाया, भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने थाने पहुंचकर एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए।

सेंधवा शहर में कथित धर्मांतरण की सूचना पर शुरू हुआ विवाद लगातार बढ़ता गया। रविवार से सोमवार तक चले घटनाक्रम में थाने पर हंगामा, ज्ञापन, आरोप-प्रत्यारोप और रैलियों के बीच भाजपा और कांग्रेस के नेता आमने-सामने आ गए।

 

सेंधवा शहर में रविवार दोपहर सिविल अस्पताल के पीछे एक मकान में कथित धर्मांतरण की सूचना पर हिंदू समाज के सदस्य पहुंचे। यहां ईसाई समाज के लोग प्रार्थना सभा कर रहे थे। आरोप लगाया गया कि लोगों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। इस दौरान हंगामा हुआ और पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को वहां से ईसाई धर्म से जुड़ी कुछ किताबें मिलीं। प्रार्थना सभा में मौजूद महिलाओं को थाने लाया गया। थाने पर हिंदू समाज के सदस्यों ने कार्रवाई की मांग करते हुए विरोध किया, जिसके बाद पुलिस ने जांच का आश्वासन दिया।

6 hindu1

भाजपा नेताओं का प्रदर्शन

घटनाक्रम के बाद सोमवार शाम करीब 4:30 बजे भाजपा नगर पालिका उपाध्यक्ष मोहन जोशी, गणेश राठौड़ सैकड़ों लोगों के साथ थाने पहुंचे। उन्होंने “विधायक मुर्दाबाद” और “विधायक की तानाशाही नहीं चलेगी” जैसे नारे लगाए। भाजपा नेताओं ने एसडीओपी अजय वाघमारे और टीआई बलजीत सिंह बिसेन को ज्ञापन देकर कथित धर्मांतरण करने वालों का समर्थन करने वाले विधायक मोंटू सोलंकी पर कार्रवाई की मांग की। साथ ही, भाजपा नेताओं ने उन महिलाओं द्वारा दिए गए आवेदन की निष्पक्ष जांच की मांग की, जिन्होंने उनके खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में शिकायत दर्ज कराई थी।

6 hindu 2

विधायक का पलटवार

इसी दौरान रविवार देर शाम विधायक मोंटू सोलंकी आदिवासी समाजजनों के साथ थाने पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता मोहन जोशी ने आदिवासी समाज की महिलाओं को अपशब्द कहे और गणेश राठौड़ पशु तस्करी में शामिल हैं। विधायक ने इन आरोपों पर कार्रवाई की मांग को लेकर आवेदन सौंपा। देर रात तक थाने पर हंगामा चलता रहा। पुलिस ने सांदीपनी स्कूल के पास हुई मारपीट की घटना को लेकर अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया।

वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

शहर थाना टीआई बलजीत सिंह बिसेन ने बताया कि जांच में धर्मांतरण का मामला सही नहीं पाया गया। कुछ लोग अपनी इच्छा से प्रार्थना कर रहे थे। एसडीओपी अजय वाघमारे और थाना प्रभारी बलजीत सिंह बिसेन ने कहा कि सकल हिंदू समाज और भाजपा नेताओं के द्वारा दिए गए आवेदनों की जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!