
सेंधवा पुलिस ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए तमिलनाडु की बहुचर्चित लूटकांड में फरार चल रहे दो आरोपियों को बालसमुद आरटीओ चेक पोस्ट से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके पास से 9.424 किलो सोना, 3.5 लाख रुपये नकद, एक पिस्टल और दो कारतूस जब्त किए, जिनकी कीमत करीब 10 करोड़ रुपये बताई गई है।
निमाड़ रेंज डीआईजी सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देशन पर गठित टीम ने यह सफलता हासिल की। एसडीओपी अजय वाघमारे ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मांगीलाल कानाराम, उम्र 22 वर्ष, निवासी जेतीवास जोधपुर और विक्रम रामनिवास जाट, उम्र 18 वर्ष, निवासी गाना मगरा जोधपुर शामिल हैं। दोनों बस से भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस की घेराबंदी में पकड़े गए।
तमिलनाडु के त्रिची जिले की स्पेशल टीम के एसआई करुणाकरण के अनुसार, 13 सितंबर को समयपुरा थाना क्षेत्र के टोल प्लाजा के पास चेन्नई निवासी गुनावंत, महेश और उनके ड्राइवर प्रदीप की गाड़ी को रोककर आरोपियों ने लूटपाट की थी। वारदात के दौरान ड्राइवर की आंखों में मिर्च पाउडर डाला गया और हथियार दिखाकर सोने से भरी गाड़ी छीन ली गई थी। इस घटना में धारा 309(4) के तहत केस दर्ज किया गया।
पुलिस ने वारदात के दो दिन बाद ही पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मांगीलाल और विक्रम फरार थे। दोनों की तलाश सात राज्यों में जारी थी। आखिरकार सेंधवा पुलिस ने घेराबंदी कर इन्हें दबोच लिया। अब उन्हें कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर तमिलनाडु पुलिस को सौंपा जाएगा।
पूछताछ में सामने आया कि मांगीलाल ने लूटे गए सोने में से करीब 11 लाख रुपये दान में दिए थे। फिलहाल तमिलनाडु पुलिस आरोपियों से और पूछताछ कर वारदात से जुड़े राज उजागर करेगी।