बड़वानी; भावांतर योजना के तहत सोयाबीन उत्पादक किसानों का कराये अधिक से अधिक पंजीयन-कलेक्टर श्रीमती जयति सिंह

बड़वानी; किसानों का कल्याण शासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है जिसके तहत सोयाबीन उत्पादक किसानों के लिए सरकार द्वारा भावान्तर योजना लागू की जा रही है। जिसके तहत किसान पहले की भांति मंडियों में सोयाबीन का विक्रय कर सकेंगे। अगर एमएसपी से कम कीमत पर सोयाबीन का विक्रय होता है तो किसानों के घाटे की भरपाई भावान्तर योजना के तहत सरकार द्वारा की जाएगी।
कलेक्टर श्रीमती जयति सिंह ने उक्त बाते सोमवार को कलेक्टर कार्यालय बड़वानी के सभागृह में प्रातः 10 बजे से आयोजित समय सीमा बैठक के दौरान कही। कलेक्टर ने बैठक के दौरान निर्देशित किया कि भावांतर योजना में किसानों के पंजीयन की प्रक्रिया 10 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक चलाई जा रही हैं। अतः समस्त एसडीएम किसानों के अधिक से अधिक पंजीयन हेतु पंजीयन व्यवस्था, मंडियों में टोकन से लेकर अन्तिम बिंदु तक पूरे चेनल को व्यवस्थित करवाएं। मंडियों में एफएक्यू ग्रेड की सोयाबीन के भावों की निगरानी की जाना सुनिश्चित करें। सभी लाइसेंसी व्यापारियों की एक पृथक बैठक आयोजित करें, जिसमें मंडी सचिव एवं भारसाधक अधिकारी भी उपस्थित रहें। इस बैठक में व्यापारियों को विस्तृत दिशा-निर्देशों से अवगत कराया जाए तथा अनियमितता की स्थिति में दंडात्मक प्रावधानों की जानकारी दी जाए। खरीदी की प्रक्रिया वीडियो कैमरे की निगरानी में संपन्न होनी चाहिए। प्रत्येक मंडी के लिए एक जिला स्तरीय नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए। साथ ही मंडीवार एक समिति का गठन किया जाए, जिसमें मंडी सचिव, भारसाधक अधिकारी एवं खाद्य निरीक्षक सम्मिलित हों।
बैठक में कलेक्टर श्रीमती जयति सिंह ने शासन द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं एवं अभियानों के प्रभावी क्रियान्वयन की विस्तृत समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक मे दिए गए निर्देश-
ऽ बैठक में जिला उप निर्वाचन अधिकारी श्री सोहन कनाश ने बताया कि जिले में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण की मैपिंग का कार्य सेंधवा में 100 प्रतिशत, पानसेमल में 98 प्रतिशत, बड़वानी में 89 प्रतिशत एवं राजपुर में 84 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। इस पर कलेक्टर ने समस्त एसडीएम को निर्देशित किया कि यह कार्य बहुत महत्वपूर्ण है अतः इस पर विशेष ध्यान दिया जाए एवं पूरी सर्तकता बरतते हुए पूर्ण किया जाए।
– बैठक में कलेक्टर ने समस्त एसडीएम को निर्देशित किया कि आगामी त्योहारों की तैयारियों को लेकर बेहतर व्यवस्थाएँ बनाये । साथ ही कानून एवं सुरक्षा की स्थिति पर कड़ी निगरानी रखें। साथ ही किसी भी प्रकार की भ्रांतियों एवं अफवाहों पर प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करे ।
– कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन में दर्ज लंबित शिकायतों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे सभी प्रकरणों का निराकरण निर्धारित समय-सीमा के भीतर सुनिश्चित करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि आमजन को शासन की योजनाओं का लाभ समय पर और सुगमता से मिलना चाहिए, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
ऽ स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के तहत कलेक्टर ने निर्देशित किया कि यह अभियान अब अंतिम चरण में है अतः मिशन मोड में काम करने की आवश्यकता है।
– जिले में पीडीएस वितरण, हितग्राहियो के केवाईसी पंजीयन, नवीन पर्ची के संबंध में समीक्षा कर सभी जेएसओ को सख्त निर्देशित किया इसमें निगरानी की आवश्यकता है। लापरवाही बरतने वाले पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही एसडीएम को निरंतर समीक्षा करने का निर्देश दिए।
– बैठक में आदि कर्मयोगी एंव एक बगिया माँ के नाम अभियान की भी समीक्षा की गई।
– जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने पीएचई एवं जल निगम को निर्देश दिये कि काम में प्रगति लाने हेतु टीम को फील्ड में लगाकर कार्य करवाएं।
– जिले में खाद वितरण के सम्बंध में समीक्षा कर कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सहकारिता विभाग परिवहन की व्यवस्था को मजबूत करे ताकि सभी जगह खाद की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
-बैठक में उप संचालक कृषि विभाग को निर्देश दिया ही जिले के पिछड़े क्षेत्रों में फोर्टीफाइट गेहूँ की किस्मों को लगाए जाने के प्रयास किए जाएँ क्योंकि इन किस्मों में लौह सहित अन्य पोषण तत्व अधिक मात्रा में होते हैं जिससे कुपोषण जैसी तीव्र समस्या का समाधान किया जा सके। साथ ही फसल विविधीकरण को भी बढ़ावा दिया जाए।
-शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि गणवेश एवं पुस्तक वितरण ना करने वाले संकुल प्राचार्य पर कार्रवाई कर वेतन वृद्धि रोकी जाए।
बैठक में अपर कलेक्टर श्री के.के मालवीय, संयुक्त कलेक्टर श्री सोहन कनाश,संयुक्त कलेक्टर श्री रवि वर्मा, एसडीएम बड़वानी श्री भूपेन्द्र रावत,डिप्टी कलेक्टर श्री शक्ति सिंह चौहान सहित समस्त विभागो के जिला अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।



