सेंधवा: मां बिजासन माता की पैदल दर्शन यात्रा ने पूरे किए 35 वर्ष, मित्र मंडली का अटूट संकल्प
1991 से शुरू हुई यह पैदल यात्रा धार्मिक आस्था, एकता और मित्रता का बना प्रतीक

सेंधवा में नवरात्रि पर मां बिजासन माता की 16 किलोमीटर लंबी पैदल दर्शन यात्रा ने 35 वर्ष पूरे किए। 1991 में शुरू हुई यह यात्रा मित्र मंडली के अटूट संकल्प और एकता का प्रतीक बन चुकी है। निरंतरता के साथ हर साल आयोजित यह यात्रा धार्मिक आस्था का उत्सव है।
नवरात्रि के अवसर पर मां बिजासन माता की पैदल दर्शन यात्रा का इस बार 35वां वर्ष है। 1991 में शुरू हुई यह परंपरा मित्र मंडली के संकल्प और समर्पण का अद्भुत उदाहरण है। 16 किलोमीटर लंबी यह यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि मित्रता और सामाजिक एकता की मिसाल भी बन चुकी है।
मित्र मंडली की पहल
इस पैदल यात्रा की शुरुआत शिव शुक्ला, महेश बाविस्कर, राजु पंवार, जगन्नाथ विरले, राजेन्द्र मलिक, राजेश कोचले, दिपक वारुले और विकास पंडित ने मिलकर की थी। हालांकि जगन्नाथ विरले का निधन हो चुका है, लेकिन बाकी सभी मित्र आज भी इस यात्रा को निरंतरता के साथ जारी रखे हुए हैं।
आस्था और एकता का संदेश
मित्र मंडली का मानना है कि इस यात्रा का उद्देश्य केवल देवी दर्शन नहीं, बल्कि साथ-साथ चलकर एक-दूसरे का सहारा बनना, समुदाय और एकता की भावना को मजबूत करना है। 35 वर्षों की यह यात्रा धार्मिक आस्था के साथ-साथ आपसी सद्भाव और मित्रता का उत्सव भी है।



