बड़वाह। अपहरण हुए सात वर्षीय बालक को पुलिस ने 10 घंटे के अंदर ढूंढ कर परिजनों को सौंपा…पारिवारिक विवाद में घरवालों पर दबाव बनाने के लिए किया था बालक का अपहरण…

कपिल वर्मा बड़वाह। पारिवारिक विवाद में सात वर्षीय बालक को अपरहण कर ले गए मौसा को पुलिस ने दस घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बच्चे को सुरक्षित माता पिता के सुपुर्द कर दिया हैं।
एसडीओपी अर्चना रावत ने बताया कि 18 सितम्बर 2025 को थाना बेड़िया पर फरियादी निवासी ग्राम कातोरा ने सुचना दी कि, उनका लड़का सात वर्ष जो शासकीय प्राथमिकी विद्यालय में पढ़ता है, करीब दोपहर एक बजे लड़के के मौसा लोकेन्द्र स्कूल में आए और उसे घर ले जाने का बोल कर ले गए है परंतु वो घर नहीं आए एवं उनका मोबाईल भी बंद आ रहा है।
लड़के का मौसा लोकेन्द्र हमारे लड़के को बहला फुसलाकर अपने साथ ले गया है। फरियादी की सूचना पर थाना बेड़ियां पर अपराध बीएनएस का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। जिसके बाद एसडीओपी बड़वाह अर्चना रावत के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी बेड़ियां धर्मेन्द्र यादव के नेतृत्व में थाना बेड़ियां से पुलिस टीम का गठन कर आरोपी लोकेन्द्र की गिरफ़्तारी व अपहर्त बालक की दसत्याबी हेतु निर्देशित किया गया था।
तत्काल टीम को स्कूल एवं परिवारजनों से चर्चा करने व लोकेन्द्र की जानकारी जुटाने के लिए रवाना किया गया। जिसमे पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि, आरोपी लोकेन्द्र देपालपुर का रहने बाला है एवं थोड़ी देर पहले लोकेन्द्र ने फोन करके बालक के परिवारजनों से इंदौर में होने की सूचना दी व उसकी बात नहीं मानने पर लड़के को भी जान से मरने की धमकी दी है।
थाना बेड़िया पुलिस के द्वारा तत्काल इंदौर पुलिस व देपालपुर पुलिस से संपर्क किया गया व बेड़िया से भी पुलिस टीम को इंदौर व देपालपुर आरोपी की गिरफ़्तारी के लिए रवाना किया गया। पुलिस टीम के अथक प्रयासों के चलते टीम के द्वारा आरोपी लोकेन्द्र उर्फ लोकेश पिता विजयसिंग उम्र 28 वर्ष निवासी देपालपुर की घेराबंदी कर पकड़ा व आरोपी के कब्जे से 17 वर्षीय अपहर्त बालक को 10 घंटे के भीतर पुलिस टीम ने खोजकर सकुशल परिजनों से सुपुर्द किया जिसपर परिजनों ने पुलिस का आभार व्यक्त किया है।
इस कार्यवाही में एसडीओपी बड़वाह अर्चना रावत के मार्गदर्शन एवं बेड़िया थाना प्रभारी धर्मेन्द्र यादव के नेतृत्व में मेहबुब खान, महिपाल, राजेंद्र चौहान, कैलाश, राजीव गुर्जर, अखिलेश सिंह, सरदार निगम व साइबर सेल टीम का विशेष योगदान रहा।



