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सेंधवा; दीर्घकालीन सेवा भावी शिक्षकों का हुआ सम्मान

सेंधवा; शिक्षा हमारे समाज की आवश्यकता है एवं हमारे भविष्य को बनाने में सहायता करती है कोरोना काल में शिक्षा जगत में एक नई चुनौती आई थी, तब ऑनलाईन शिक्षा द्वारा बच्चों को शिक्षा दी गई किन्तु आज इस ऑनलाईन शिक्षा ने बच्चों को मोबाईल का आदि बना दिया है। बच्चों को मोबाईल से दूर करने का प्रयास करना होगा, इसमे शिक्षक की भूमिका सर्वोत्तम एवं सर्वोपरी होगी। आज शिक्षा ने नवाचार के साथ-साथ भारतीय संस्कृति व संस्कार को भी जोड़ना होगा तभी हम आगे बढ़ सकते है। ये विचार वरिष्ठ पत्रकार शक्तिसिंह परमार इंदौर ने शिक्षा प्रसारक समिति द्वारा आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किये। साथ ही उन्होंने कहा कि इतिहास स्वर्णिम हो या काला हमें उसे अपनी स्मृतियों में रखना चाहिए, ताकि हम उससे सीखकर, सबक लेकर आगे बढ़ सके। यहा आकर मैने जो सेवा व संस्कार का भाव देखा इसीलिए यह संस्था उत्तरोत्तर आगे बढ़ रहीं है।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ- नीलमेघ चतुर्वेदी वरिष्ठ पत्रकार एवं विजिटिंग प्रोफेसर, मीडिया स्ट्डीज इंदौर ने बच्चों से कहा कि जब भी आपको शिक्षक डॉटे तो बुरा ना माने, यह आपका सृजन व परिमार्जन है, जैसे एक डॉक्टर कड़वी दवाई देता है आपको ठीक करने के लिए। उन्होंने बच्चों से डॉक्टर अब्दुल कलाम, के. आर. नारायण एवं पी.ए. संगमा के जीवन परिचय को पढ़ने को कहा ताकि आप समझ सके की परिस्थितियाँ कैसी भी हो, हम आगे बढ़ सकते है। संस्था अध्यक्ष बी. एल. जैन ने संस्था के पूर्वजों को याद करते हुए समिति की विगत 71 वर्षों की गतिविधियों से अवगत कराते हुए कहा कि यह संस्था विद्यार्थियों में पढ़ाई के अलावा अनुशासन एवं संस्कारों को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कारण विगत वर्ष के बोर्ड कक्षाओं के परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट रहे है। इस विद्यालय से पढ़कर निकलने वाले लगभग 300 विद्यार्थी विदेशों में अपनी सेवा दे रहे है एवं हजारों विद्यार्थी देश में अपनी सेवाएॅ इंजीनीयर, डॉक्टर एवं उद्योगपति बनकर दे रहे है।

कार्यक्रम में गुरू वंदन के अंतर्गत गुरू सांदिपनि व जगत गुरू कृष्ण आदि को समर्पित कर सुन्दर नृत्य की प्रस्तुती स्कूल के विद्याथर््िायों द्वारा दी गई, जिसे देखकर उपस्थित जन हर्ष विभोर हो गए। कार्यक्रम में सम्मानित शिक्षक संगीता त्रिवेदी, सीमा पालीवाल, प्रीति गुप्ता, इंदिरा मालवीया, मुजफ्फर अली, दीपक तावडे, सीमा यादव, अरूण पाण्डे, संदीप पंवार, त्रिभुवन ठाकुर को दीर्घ एवं समर्पित सेवा प्रदान करने के कारण गुरू वशिष्ठ सम्मान से अतिथियों द्वारा उन्हें शॉल, श्रीफल व प्रशस्ती पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। साथ ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कन्हैया काले, मीना पंवार, सुनिता सोनी का भी शॉल, श्रीफल से सम्मान किया गया। संस्था द्वारा आयोजित स्पोकन इंग्लिश प्रतियोगिता एवं अनुशासन व संस्कार पर लेख में भाग लेने वाले शिक्षकों को भी स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। वर्ष भर स्कूल में शिक्षक प्रोत्साहन गतिविधियाँ आयोजित की गई, जिनमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों का भी सम्मान किया गया। आभार संस्था उपाध्यक्ष रविन्द्रसिंह मण्डलोई द्वारा माना गया।
कार्यक्रम में बी.एल. जैन, पीरचंद मित्तल, दिलीप कानूनगो, रविंद्रसिंह मंडलोई, गोविंद मंगल, दीपक लालका, महेश सोनी, मनोज कानूनगो, प्रह्लाद यादव, प्रेमचंद सुराणा, अशोक सकलेचा, शरद कानूनगो, शरद पालीवाल, विजय मालवीया, गोपीकिशन अग्रवाल, मोहनशरण खण्डेलवाल, गिरधारी गोयल, गिरवर दयाल शर्मा, ने उपस्थित सभी शिक्षकों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालयीन विद्यार्थी तृषा गुप्ता व अलिफा साकले द्वारा किया गया। कार्यक्रम में नगर के गणमान्य नागरिक शिक्षक व शिक्षीकाएं व विद्यार्थी उपस्थित थे।

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