
बड़वानी । पिछले 24 घण्टों में सर्वाधिक 29.8 मिलीमीटर वर्षा निवाली में दर्ज हुई है। इस दौरान जिले में औसत रूप से 10.6 मिलीमीटर वर्षा हुई है। विगत 24 घण्टे के दौरान जिले के 10 वर्षामापी केन्द्रों में से बड़वानी में 25.0 मिलीमीटर, पाटी में 4.0 मिलीमीटर, अंजड में 10.4 मिलीमीटर, ठीकरी में 10.2 मिलीमीटर, राजपुर में 4.0 मिलीमीटर, सेंधवा में 2.2 मिलीमीटर, चाचरियापाटी में 7.0 मिलीमीटर, वरला में 5.0 मिलीमीटर, पानसेमल में 8.6 मिलीमीटर, निवाली में 29.8 मिलीमीटर वर्षा हुई है।
भू-अभिलेख कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार आज दिनांक तक बड़वानी में 426.2 मिलीमीटर, पाटी में 245.8 मिलीमीटर, अंजड़ में 320.7 मिलीमीटर, ठीकरी में 443.0 मिलीमीटर, राजपुर 357.0 मिलीमीटर, सेंधवा 649.1 मिलीमीटर, चाचरियापाटी में 535.0 मिलीमीटर, वरला में 529.1 मिलीमीटर, पानसेमल में 467.2 मिलीमीटर तथा निवाली में 683.8 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। जिले की औसत वर्षा आज दिनांक तक 465.7 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई है।
जबकि गत वर्ष आज के ही दिनांक तक बड़वानी में 367.5 मिलीमीटर, पाटी में 345.7 मिलीमीटर, अंजड़ में 397.3 मिलीमीटर, ठीकरी में 390.5 मिलीमीटर, राजपुर में 321.0 मिलीमीटर, सेंधवा में 565.0 मिलीमीटर, चाचरियापाटी में 817.0 मिलीमीटर, वरला में 585.9 मिलीमीटर, पानसेमल में 546.4 मिलीमीटर एवं निवाली में 798.0 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई थी। गत वर्ष आज दिनांक तक जिले में 513.4 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज हुई थी।
सेंधवा। मुंबई-आगरा राजमार्ग से गुजरने वाले ट्रकों से अवैध तरीके से डीजल खरीदकर ढाबों और यूरिया पाइंट की आड़ में सप्लाई का खेल खुलेआम चल रहा है। बरूफाटक क्षेत्र में डीजल की टंकियों से निकाला गया यह ईंधन बड़े पैमाने पर खुले मैदानों और ढाबों के पीछे बने टैंकों में जमा कर बेचा जा रहा है।
यह डीजल पंपों की तुलना में कम दामों पर उपलब्ध कराया जा रहा है। इसका इस्तेमाल निजी ट्रकों, स्कूल बसों और स्थानीय यात्री वाहनों में हो रहा है। स्थानीय लोग इसे बायोडीजल कह कर प्रयोग कर रहे हैं, जबकि यह मानक से बेहद नीचे और मिलावटी बताया जा रहा है। पेट्रोलियम कंपनियों की गाइडलाइन के अनुसार ईंधन केवल लाइसेंस प्राप्त पेट्रोल पंपों से बेचा जा सकता है, लेकिन नियमों की अनदेखी कर यह गोरखधंधा जारी है।
पुरानी कार्रवाई के बावजूद गोरखधंधा चालू
गौरतलब है कि करीब दो-तीन साल पहले प्रशासन ने ठीकरी से लेकर जुलवानिया तक कार्रवाई करते हुए कई अवैध बायोडीजल पंप सील किए थे। हालांकि कुछ माह बाद ही यह कारोबार फिर से चालू हो गया। प्रशासन की चुप्पी और सख्त कार्रवाई न होने से इस धंधे को बढ़ावा मिल रहा है।
कार्रवाई के निर्देश दिए है
ठीकरी तहसीलदार, जगदीश वर्मा ने बताया कि अवैध बायोडीजल विक्रय की शिकायत सामने आई है। उन्होंने कहा कि खाद्य विभाग के अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं और जल्द ही आरोपियों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।



