देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में खिलाड़ियों का सम्मान समारोह आयोजित
खेल केवल पदक जीतने का साधन नहीं, बल्कि यह अनुशासन, परिश्रम और आत्मविश्वास का प्रतीक है

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में खिलाड़ियों का सम्मान समारोह आयोजित
इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में आज खिलाड़ियों के सम्मान में भव्य खिलाड़ी सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. राकेश सिंघई, अतिरिक्त संचालक भाई आर.सी. दीक्षित, कुलसचिव प्रज्वल खरे, कार्यपरिषद सदस्य मोनिका गौड़ एवं खेल विभाग प्रभारी सुधीर चंदेल सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
समारोह में कार्यपरिषद सदस्य डॉ. ए.के. द्विवेदी ने भी खिलाड़ियों को संबोधित किया। उन्होंने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा—
“खेल केवल पदक जीतने का साधन नहीं, बल्कि यह अनुशासन, परिश्रम और आत्मविश्वास का प्रतीक है। हार असफलता नहीं, बल्कि अगली जीत की तैयारी है। खिलाड़ी मैदान में ही नहीं, जीवन के हर क्षेत्र में विजेता होता है।”
डॉ. द्विवेदी ने विशेष रूप से साइकिल प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का उल्लेख करते हुए कहा कि—
“जिस प्रकार साइकिल चलाने के लिए पैडल लगातार चलते रहना ज़रूरी है, उसी प्रकार जीवन में आगे बढ़ने के लिए निरंतर कर्म करते रहना आवश्यक है।”
इस अवसर पर खिलाड़ियों एवं उनके प्रशिक्षकों को मोमेंटो एवं धनराशि प्रदान कर सम्मानित किया गया। विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. राकेश सिंघई, कुलसचिव प्रज्वल खरे, आर.सी. दीक्षित एवं सुधीर चंदेल ने भी खिलाड़ियों को उत्साहवर्धक संबोधन दिया।
कार्यक्रम में खिलाड़ियों की उपलब्धियों का गौरव गान करते हुए कहा गया कि ये सम्मान केवल विश्वविद्यालय के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश एवं भारत के लिए गर्व का विषय है। समारोह का समापन खिलाड़ियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाओं के साथ हुआ।