निवाली; ब्रह्माकुमारी बहनों ने निवाली में दिव्यांग बालकों को बांधी उम्मीद की राखी
झाकर बालक आश्रम में ब्रह्माकुमारियों ने रक्षाबंधन पर्व को आध्यात्मिकता और प्रेरणा से जोड़ा, बच्चों को दी सौगात और संकल्प।

निवाली। सत्याग्रह लाइव। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर श्रीकांता दिव्यांग सेवा ट्रस्ट, झाकर बालक आश्रम में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विद्यालय दिवाली की बहनों ने बच्चों को रक्षा सूत्र बांधकर उन्हें प्रेरणादायक संदेश दिए। कार्यक्रम में आध्यात्मिकता और आत्मबल पर जोर रहा।
रक्षाबंधन पर्व पर निवाली के झाकर स्थित श्रीकांता दिव्यांग सेवा ट्रस्ट के बालक आश्रम में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विद्यालय दिवाली की बहनों ने आश्रम में निवासरत सभी बच्चों और स्टाफ सदस्यों को रक्षा सूत्र बांधा। बहनों ने इस अवसर को केवल रस्म नहीं बल्कि आत्मिक बंधन और सकारात्मकता का माध्यम बताया।
साधना दीदी ने बताया रक्षाबंधन का रहस्य
ब्रह्माकुमारी साधना दीदी ने रक्षा सूत्र के आध्यात्मिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह पर्व आत्मा और परमात्मा के बीच के संबंध को सुदृढ़ करता है। उन्होंने बच्चों को मन को शक्तिशाली बनाने और सकारात्मक संकल्पों की ताकत के बारे में बताया। दीदी ने कहा कि जब मन स्वच्छ होगा, तब वाणी और कर्म भी श्रेष्ठ होंगे।
नशा मुक्त जीवन का संकल्प
ब्रह्मा कुमार शंकर भाई ने बच्चों को जीवन में नकारात्मक प्रवृत्तियों और विशेष रूप से नशे से दूर रहने का संकल्प दिलाया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि छोटी उम्र में लिए गए अच्छे संकल्प जीवन की दिशा तय करते हैं।
सेंधवा से आई दुर्गा गुप्ता ने अपने भावनात्मक और प्रेरणादायक गीतों से बच्चों के चेहरों पर मुस्कान ला दी। उनकी प्रस्तुतियां बच्चों के साथ-साथ स्टाफ को भी गहरे भावों से जोड़ गईं।
आयोजन में उपस्थित रहे अधिकारी
कार्यक्रम में हॉस्टल वार्डन सुनील पवार, बालिका आश्रम वार्डन निशा शर्मा, शिक्षक राजेंद्र निकुम, मगनलाल शिरसाट, संतोष चंद्र खेड़े, कविता सोलंकी, सुखदेव चांदोरे और मनोज चंद्रा की उपस्थिति रही। आभार व्यक्त करते हुए राजेंद्र निकुम ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम बच्चों के मानसिक विकास में सहायक होते हैं। अंत में सभी को ईश्वरीय सौगात भी भेंट की गई।