गंगा, जमुना, सरस्वती, शिप्रा, चंबल , कावेरी आदि प्रमुख नदियों के जल से जाना पाव में दिव्य प्राचीन शिवलिंग का जलाभिषेक
पर्यावरण संरक्षण, सनातन संस्कृति को जोड़ने के साथ पारिवारिक मूल्यों को महत्व को जन जन तक पहुंचाने के संकल्प के संकल्प लिया

गंगा, जमुना, सरस्वती, शिप्रा, चंबल , कावेरी आदि प्रमुख नदियों के जल से जाना पाव में दिव्य प्राचीन शिवलिंग का जलाभिषेक
शिव परशुराम कार कावड़ यात्रा इंदौर से जनापाव आज , सैकड़ो कारों का काफिला हजारों सर्व समाज जन के साथ रवाना हुई।
पर्यावरण संरक्षण, सनातन संस्कृति को जोड़ने के साथ पारिवारिक मूल्यों को महत्व को जन जन तक पहुंचाने के संकल्प के संकल्प लिया
इंदौर। गंगा, जमुना, सरस्वती, मंदाकिनी, यमुनोत्री, गंगोत्री, शिप्रा, चंबल, गंभीर, नर्मदा आदि देश की प्रमुख नदियों के जल से भगवान परशुराम की जन्मस्थली जानापांव में दिव्य एवं प्राचीन शिवलिंग का जलाभिषेक बाद किया । सर्व समाज जनों के प्रतिनिधियों द्वारा इंदौर हंसदास मठ से शिव परशुराम कर कावड़ यात्रा विधि विधान से पूजा अर्चन के बाद रवाना हुई। शहर के प्रमुख मार्गो एवं चौराहों से होते हुए राजेंद्र नगर, राऊ और जानापाव पहुची।
देवी अहिल्या की नगरी इंदौर से सामाजिक समरसता और सर्व समाजों की सहभागिता कर शिव परशुराम कर कावड़ यात्रा हुई।
विश्व ब्राह्मण समाज संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व राज्य मंत्री दर्जा पं. योगेंद्र महंत ने बताया कि धर्म और आध्यात्म में सर्व समाज की सहभागिता और सभी में सामाजिक समरसता का भाव जागृत करने के उद्देश्यसे यह कार कावड़ यात्रा निकाली जा रही है। इस यात्रा में ब्राह्मण वैष्णव, उज्जैन, अग्रवाल माहेश्वरी, राजपूत ,राठौर वाल्मीकि, बंजारा, वनवासी आदि समाज 25 से ज्यादा समाजजन एवं पदाधिकारी इस यात्रा में सहभागिता कर रहे हैं। तकरीबन 250 कारों का काफिला सुबह हंस दास मठ पर एकत्रित हुआ , यह पर पाठी ब्राह्मण बटुक मंत्रोच्चार कर विधि विधान से पूजन किया गया। साथ ही बड़ा गणपति होते हुए शहर के प्रमुख 20 से ज्यादा मार्गो एवं चौराहों से कारों का काफिला जुड़ता हुआ आगे बढा। राजेंद्र नगर, राऊ, ओर महू से जानापाव पहुंची यहां पर भगवान परशुराम की जन्मस्थली स्थित प्राचीन एवं दिव्य शिवलिंग का सभी नदियों के जल से सामूहिक अभिषेक किया गया । यात्रा का उद्देश्य सभी समाजों में सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण संस्कृति संरक्षण और धर्म संस्कृति और पारिवारिक उद्देश्यों को बढ़ावा देने का रखा गया है। यात्रा में पूरे मार्ग पर 250 से ज्यादा सेवाभावी संवैधानिक कार्यकर्ता यातायात एवं अन्य व्यवस्थाओं को सुचारू बनाने में सहयोग दे रहे थे। यात्रा में प्रमुख रूप सत्येंद्र शर्मा, ,अनंत महंत , की सहभागिता और पूरे मार्ग में अवस्था के संचालन में रही।