बड़वानी: खतरे के निशान से ऊपर पहुंची नर्मदा, नदी किनारे गांवों में बाढ़ का खतरा
लगातार बारिश और ओंकारेश्वर बांध से छोड़े गए पानी के चलते नर्मदा नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंचा, घाट किनारे की दुकानें हटाई गईं, प्रशासन ने गांवों में मुनादी कर जताया अलर्ट।

बड़वानी। सत्याग्रह लाइव। नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से जिले में बाढ़ की आशंका गहराने लगी है। राजघाट का पुराना पुल डूब गया है और घाट किनारे की अस्थायी दुकानें हटाई जा रही हैं। प्रशासन ने नर्मदा किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी किया है।
बड़वानी जिले में बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते नर्मदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जलस्तर खतरे के निशान 123.280 मीटर को पार कर 128 मीटर तक पहुंच गया है। इस स्थिति ने नदी किनारे बसे गांवों में चिंता की लहर पैदा कर दी है।
ओंकारेश्वर बांध से छोड़ा गया पानी
नर्मदा का जलस्तर बढ़ने की एक बड़ी वजह ओंकारेश्वर बांध से छोड़ा गया अतिरिक्त पानी है। लगातार हो रही बारिश के कारण बांध के जलग्रहण क्षेत्र में जलभराव की स्थिति बनी हुई है, जिसके चलते बांध के गेट खोलने पड़े। इससे नर्मदा में पानी का बहाव और भी तेज हो गया।
राजघाट का पुल डूबा, मंदिरों तक पानी
बुधवार दोपहर तक राजघाट का पुराना पुल पूरी तरह जलमग्न हो गया। घाट के ऊपर बने मंदिरों के पास भी पानी पहुंच गया है। इसके अलावा राजघाट पहुंचने वाली दूसरी पुलिया भी अब डूबने की कगार पर है। मंदिर और घाट पर बने अस्थायी चाय-नाश्ते और पूजा सामग्री की दुकानें प्रशासन द्वारा हटवा दी गई हैं।
प्रशासन अलर्ट, मुनादी कराई गई
जलस्तर की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन और नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (एनवीडीए) की टीम सक्रिय हो गई है। प्रशासन द्वारा नर्मदा किनारे बसे गांवों में मुनादी कर लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही संभावित बाढ़ से निपटने के लिए आपात व्यवस्था भी की जा रही है।
फिलहाल नर्मदा का जलस्तर 128 मीटर को पार कर गया है, जबकि राजघाट डूब का अधिकतम स्तर 138.60 मीटर है। यदि जलस्तर 131 मीटर तक पहुंचता है, तो राजघाट का क्षेत्र टापू में तब्दील हो जाएगा। प्रशासन ने जलस्तर में और बढ़ोतरी की स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
हाईलाइट्स
नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान से 4.5 मीटर ऊपर, 128 मीटर के पार पहुंचा
राजघाट का पुराना पुल डूबा, मंदिरों तक पहुंचा पानी, दुकानें हटाई गईं
प्रशासन द्वारा नर्मदा किनारे बसे गांवों में मुनादी कर अलर्ट जारी किया गया