
सेंधवा; आदिवासी हिंदू जन जागरण समिति द्वारा सेंधवा विधानसभा क्षेत्र के 186 श्रद्धालुओं को अयोध्या धाम ले जाया गया, जहां उन्होंने पहली बार रामलल्ला के दर्शन किए। यह यात्रा समिति के विधानसभा प्रभारी शैलेन्द्र सोनी के नेतृत्व में संपन्न हुई।
भाजपा प्रवक्ता सुनील अग्रवाल ने जानकारी दी कि दल में शामिल सभी श्रद्धालु अनुसूचित जनजाति वर्ग से थे, जिनकी वर्षों से राम दरबार के दर्शन की अभिलाषा थी। श्रद्धालुओं के इस उत्साह को देखते हुए तीन स्लीपर कोच बसों की व्यवस्था की गई, जो 21 जुलाई को सेंधवा से रवाना हुईं। रास्ते में आने वाले देव स्थलों पर भी दर्शन कर दल ने 23 जुलाई, बुधवार को अयोध्या पहुंचकर रामलल्ला के दर्शन किए।
लोक संस्कृति का प्रदर्शन बना आकर्षण
अयोध्या पहुंचने के बाद श्रद्धालुओं ने अपनी जनजातीय संस्कृति का जीवंत प्रदर्शन किया। डोल, मांदल, पिपरी जैसे पारंपरिक वाद्य यंत्रों पर थिरकते हुए लोक नृत्य प्रस्तुत करते हुए वे राम दरबार पहुंचे। वहां उन्होंने आदिवासी छतरी और धनुष-बाण श्रीराम मंदिर को भेंट किए।
उनकी पारंपरिक वेशभूषा और नृत्य शैली ने अयोध्या वासियों और देशभर से आए श्रद्धालुओं को आकर्षित किया। कई लोगों ने दल के साथ सेल्फी ली और तस्वीरें भी खिंचवाईं।
यात्रा में शामिल जगन मेहता ने कहा, “हम वर्षों से यह नारा लगाते रहे कि कसम राम की खाते हैं, मंदिर वहीं बनाएंगे, आज मोदी जी ने मंदिर बनवाया, तो हम दर्शन के लिए अयोध्या आए और मन प्रसन्न हो गया।”
अगला पड़ाव: उज्जैन महाकाल दर्शन
दल अयोध्या से रवाना होकर अब उज्जैन महाकाल के दर्शन कर सेंधवा लौटेगा। इस पवित्र यात्रा में शैलेंद्र सोनी के साथ दीपक शर्मा जुलवानिया, जगन मेहता, दयाराम पटेल, तेरसिंग सोलंकी, रूपला, रामेश्वर भाई, हिरमल मुजाल्दे, डूपसिंग पटेल, शिला अहीरे, पंकज वारिले, मुकेश सूर्यवंशी, सुनील वर्मा सहित अनेक श्रद्धालु सहभागी बने।