ठीकरी में भव्य कावड़ यात्रा संपन्न, हजारों महिलाओं ने किया भगवान हिरण्यगर्भेश्वर का जलाभिषेक
18वें वर्ष में धर्म जागरण श्री योगेश्वर महादेव कावड़ यात्रा, शोभायात्रा में हर वर्ग की सहभागिता

ठीकरी। जितेंद्र गुप्ता।
ठीकरी नगर में रविवार को धर्म, भक्ति और सनातन परंपरा का भव्य दृश्य साकार हुआ। धर्म जागरण श्री योगेश्वर महादेव कांवड़ यात्रा के 18वें वर्ष में हजारों महिलाओं ने खलघाट से नर्मदा जल लेकर 10 किलोमीटर की पदयात्रा करते हुए भगवान हिरण्यगर्भेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया।
यात्रा की शुरुआत खलघाट में स्नान, पूजन और आरती के साथ हुई। श्रद्धालुओं में महिलाओं, युवाओं और बच्चों का जोश देखते ही बनता था। इस बार यात्रा के लिए बीते 15 दिन से तैयारियां चल रही थीं। आयोजन से पहले घर-घर जाकर महिलाओं ने पीले चावल देकर यात्रा में शामिल होने का न्यौता दिया था।
भजनों की गूंज और भक्तों का उत्साह
पूरे यात्रा मार्ग पर ‘मैं दीवाना महाकाल का’, ‘तीन लोक के स्वामी त्रिलोकीनाथ का’ जैसे भजनों ने भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। भजन गायक शशांक तिवारी कुंदनपुर की मधुर और ओजस्वी प्रस्तुति ने यात्रा में नया रंग घोल दिया।
यात्रा का पहला पड़ाव निमरानी बेड़ी के पास लाल माटी हनुमान मंदिर के समीप बना, जहां श्रद्धालुओं को पूरी, सब्जी, सेव, नुक्ती सहित प्रसादी वितरित की गई।
बाबा उदयनाथ ने दी धर्म जागरण की सीख
चौनपूरा के हाटकेश्वर धाम से पधारे बाबा उदयनाथ का आयोजिका वंदना राठौर ने भगवा दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया। बाबा ने मंच से धर्मांतरण पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि गरीबी और लालच देकर गरीबों को धर्म परिवर्तन के लिए बरगलाया जा रहा है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि धर्मांतरण के दौरान झूठे तर्क दिए जाते हैं जैसे पत्थर की मूर्ति डूबती है और लकड़ी की तैरती है, इसलिए लकड़ी की मूर्ति में शक्ति है। जबकि सनातन धर्म में जल परीक्षा नहीं, अग्नि परीक्षा होती है। बाबा ने कहा कि धर्मांतरण केवल धर्म का ही नहीं, बल्कि राष्ट्र का भी परिवर्तन है क्योंकि इससे सभ्यता और संस्कृति टूटती है।
कांवड़ यात्रा का जगह-जगह स्वागत
खलघाट से शुरू हुई यात्रा का कसरावद फाटा, निमरानी, मगरखेड़ी और मुकुंदपुरा में पुष्पवर्षा, ठंडाई, चाय-नाश्ता और फल वितरण के साथ स्वागत किया गया। रास्ते में पीने के पानी के स्टॉल भी लगाए गए।
ठीकरी नगर में प्रवेश करने पर नगर परिषद अध्यक्ष पूजा सुमित जायसवाल, हेमेंद्र पटेल, दिग्विजय सिंह चौहान मित्र मंडल समेत विभिन्न समाजजनों ने कांवड़ियों का भव्य स्वागत किया। शाम 5 बजे यात्रा चौपाटी, बस स्टैंड होते हुए गांधी चौक पहुंची। यहां भगवान हिरण्यगर्भेश्वर महादेव का नर्मदा जल से जलाभिषेक किया गया। इसके बाद महारती व प्रसादी वितरण के साथ यात्रा का समापन हुआ।
-
18 वर्षों से जारी धर्म जागरण श्री योगेश्वर महादेव कांवड़ यात्रा में हजारों महिलाओं की सहभागिता।
-
शशांक तिवारी कुंदनपुर के भजनों पर झूमे श्रद्धालु, महाकाल की भक्ति में डूबा ठीकरी।
-
बाबा उदयनाथ ने धर्मांतरण को राष्ट्रांतरण बताते हुए चेताया, सनातन धर्म की दी मजबूती से व्याख्या।
-
यात्रा मार्ग में पुष्पवर्षा, ठंडाई, चाय-नाश्ता, पानी के स्टॉल्स से किया गया स्वागत।
-
नगर में यात्रा का नगर परिषद अध्यक्ष पूजा सुमित जायसवाल व अन्य समाजजनों ने किया स्वागत।